कन्नड़ विवाद में फंसा फर्जी ट्विटर अकाउंट, सोनू निगम ने जताई नाराजगी
गायक सोनू निगम ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए एक बार फिर स्पष्ट किया कि उनका एक्स (जिसे पहले ट्विटर कहा जाता था) पर कोई आधिकारिक अकाउंट नहीं है.

गायक सोनू निगम ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि उनका कोई आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट नहीं है. यह बयान उन्होंने एक ऐसे अकाउंट के स्क्रीनशॉट के संदर्भ में दिया, जिसे उनका समझा गया था. इस अकाउंट ने कर्नाटक के भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या के खिलाफ एक हालिया विवाद पर टिप्पणी की थी, जिसमें एक बैंक मैनेजर ने कन्नड़ में बात करने से मना किया था.
सोनू ने इंस्टाग्राम पर इस पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए लिखा कि क्या आप पागल हो गए हो? मैंने कितनी बार कहा है कि मैं ट्विटर पर नहीं हूँ? उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की गलत सूचना उनके प्रशंसकों के बीच भ्रम पैदा कर सकती है और उनके परिवार की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है.
कार्रवाई की मांग
यह पहली बार नहीं है जब सोनू निगम को यह स्पष्ट करना पड़ा है कि उनका एक्स अकाउंट उनका नहीं है. फरवरी में भी उन्होंने एक ऐसे अकाउंट का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया था, जिसमें उन्हें अपना अकाउंट बताया गया था. उन्होंने लिखा था कि इस तरह के फर्जी अकाउंट से उनकी और उनके परिवार की जान को खतरा हो सकता है. उन्होंने मीडिया और प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी.
'सोनू निगम सिंह' नामक अकाउंट
जहां तक 'सोनू निगम सिंह' नामक अकाउंट का सवाल है, इसके मालिक ने पिछले साल जून में एक्स पर पोस्ट किया था कि वे गायक के नाम पर काम नहीं कर रहे हैं, बल्कि यह उनका जन्म का नाम है और वे बिहार के एक आपराधिक वकील हैं. हालांकि, इस अकाउंट के कारण सोनू निगम को कई बार विवादों का सामना करना पड़ा है.
गायक ने अपने प्रशंसकों से अपील की है कि वे ऐसे फर्जी अकाउंट्स की रिपोर्ट करें और ब्लॉक करें, ताकि उनके नाम का दुरुपयोग न हो. उन्होंने यह भी कहा कि वह सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं हैं और इस तरह के फर्जी अकाउंट्स से उनके परिवार की सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
फर्जी अकाउंट्स के बढ़ते मामले
इस मामले ने सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट्स के बढ़ते मामलों और उनके प्रभाव को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ऐसे फर्जी अकाउंट्स के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.


