भारतीय सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री कामिनी कौशल का 98 वर्ष की उम्र में निधन, फिल्म जगत में शोक की लहर
बॉलीवुड की कमिनी कौशल, भारत की सबसे बुजुर्ग जीवित अभिनेत्री थी. 98 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दी हैं. 'नीचा नगर' और 'बिराज बहू' जैसी क्लासिक फिल्मों से दिलों पर राज करने वाली यह दिग्गज स्टार हमेशा स्क्रीन और की यादें में चमकती रहेंगी.

मुंबई: भारतीय फिल्म उद्योग की वरिष्ठतम अभिनेत्रियों में शुमार कामिनी कौशल का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया. लंबे समय से उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहीं कामिनी जी के परिवार ने उनके शांतिपूर्ण निधन की पुष्टि की है. हिंदी सिनेमा के स्वर्ण युग की पहचान मानी जाने वाली कामिनी कौशल ने अपने अद्भुत अभिनय से करीब आठ दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया.
परिवार के एक करीबी सूत्र ने जानकारी देते हुए कहा, 'Kamini Kaushal’s family is extremely low profile, and needs privacy.' उनके निधन के बाद पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर है और सोशल मीडिया पर फैन्स व सितारे उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
फिल्मों में बिखेरा अभिनय का जादू
कामिनी कौशल भारतीय सिनेमा की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में थीं जिन्होंने 90 से अधिक फिल्मों में काम किया. उन्होंने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत 1946 की फिल्म ‘नीचा नगर’ से की थी, जिसे कान्स फिल्म फेस्टिवल में प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिला था. उनकी प्रमुख फिल्मों में शहीद, नदिया के पार, शबनम, अर्जू, बिराज बहू, दो भाई, ज़िद्दी, परास, नमूना, झंझार, आबूरू, बड़े सरकार, जेलर, नाइट क्लब और गोदान शामिल हैं.
टेलीविजन पर भी छोड़ी छाप
कामिनी कौशल ने केवल फिल्मों में ही नहीं, बल्कि टीवी पर भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवाई. दूरदर्शन का लोकप्रिय शो ‘चांद सितारे’ उनकी सबसे खास टीवी प्रस्तुति मानी जाती है.
धर्मेंद्र की पहली फिल्म की पहली को-स्टार
कामिनी कौशल दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की पहली फिल्म ‘शहीद’ की नायिका थीं. धर्मेंद्र ने कुछ साल पहले उनकी एक यादगार तस्वीर साझा करते हुए लिखा था कि - पहली फिल्म शहीद की हीरोईन कामीनी कौशल के साथ पहली मुलाकात की पहली तस्वीर.


