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'यह इस्लामी आतंकवाद है', जब तुलसी गबार्ड से पाक प्रायोजित आतंकवाद पर किया गया सवाल, मिला ये जवाब

जब गबार्ड से पूछा गया कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान की ओर से भारत पर बार-बार होने वाले आतंकवादी हमलों को किस प्रकार देखता है तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने पहले प्रशासन के दौरान और अब भी, इस्लामी आतंकवाद के इस खतरे को हराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बहुत स्पष्ट रहे हैं. आतंकवाद अमेरिकी लोगों के लिए भी खतरा बना हुआ है. हम देखते हैं कि यह भारत और बांग्लादेश में लोगों को कैसे प्रभावित कर रहा है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी की प्रमुख तुलसी गबार्ड इन दिनों भारत दौरे पर हैं. तुलसी गबार्ड से जब भारत के खिलाफ पाकिस्तान प्रायोजित हमलों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट रूप से 'इस्लामी आतंकवाद' का उल्लेख किया और इसे एक ऐसा खतरा बताया जिसने भारत और अमेरिका के साथ-साथ मध्य पूर्व के कई देशों को भी प्रभावित किया है. गबार्ड ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे हराने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.

जब उनसे पूछा गया कि "ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान की ओर से भारत पर बार-बार होने वाले आतंकवादी हमलों को किस प्रकार देखता है" तो गबार्ड ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने पहले प्रशासन के दौरान और अब भी, इस्लामी आतंकवाद के इस खतरे को हराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बहुत स्पष्ट रहे हैं, जिसने दुर्भाग्य से हमें परेशान किया है और अमेरिकी लोगों के लिए सीधा खतरा बना हुआ है. हम देखते हैं कि यह भारत और बांग्लादेश में लोगों को कैसे प्रभावित कर रहा है, वर्तमान में सीरिया, इज़राइल और मध्य पूर्व के विभिन्न देशों में जारी है. यह एक ऐसा खतरा है जिसे मैं जानती हूं कि प्रधानमंत्री मोदी भी गंभीरता से लेते हैं और हमारे नेता इसे पहचानने और हराने के लिए मिलकर काम करेंगे.

गैबार्ड ने गीता का उल्लेख किया

एक इंटरव्यू के दौरान गबार्ड ने यह भी बताया कि किस प्रकार उनकी आध्यात्मिक यात्रा और हिंदू होने से उन्हें सभी बाधाओं को पार करने में मदद मिली है.  मेरी अपनी व्यक्तिगत आध्यात्मिक साधना, ईश्वर के साथ मेरा व्यक्तिगत संबंध मेरे जीवन का केंद्र है और मैं हर दिन ईश्वर को प्रसन्न करने वाला जीवन जीने की पूरी कोशिश करती हूं और ऐसा करने का इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता है कि मैं ईश्वर की सभी संतानों की सेवा करने की पूरी कोशिश करूं और इसलिए मेरे जीवन के अलग-अलग समय में, चाहे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में युद्ध क्षेत्रों में सेवा करना हो या फिर आज हमारे सामने आने वाली चुनौतियां, यह भगवद गीता में अर्जुन को दिए गए कृष्ण के उपदेश ही हैं, जिनका मैं सबसे अच्छे और सबसे बुरे समय में सहारा लेता हूँ और लगातार कृष्ण से अर्जुन को दिए गए महत्वपूर्ण पाठों को सीखता हूं, जो मुझे शक्ति देते हैं, मुझे शांति देते हैं, जो मुझे हर दिन बहुत आराम देते हैं.

राजनाथ ने उठाया एसएफजे का मुद्दा

इस बीच, भारत ने आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ तुलसी गबार्ड की बैठक के दौरान अमेरिका में खालिस्तानी संगठन एसएफजे (सिख फॉर जस्टिस) द्वारा की जा रही भारत विरोधी गतिविधियों का मुद्दा उठाया. रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने अपनी चिंता व्यक्त की और अमेरिकी प्रशासन से इस गैरकानूनी संगठन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा. उन्होंने भारत आने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा भारतीय भोजन के प्रति अपने प्रेम के बारे में भी बताया.

मुझे भारत बहुत पसंद है

गबार्ड ने कहा कि मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि मुझे भारत बहुत पसंद है. यहां आकर मुझे हमेशा घर जैसा महसूस होता है. गबार्ड अपनी बहु-देशीय यात्रा के तहत तीन दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंची हैं. अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक का पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है. गबार्ड की यात्रा का एशिया चरण 18 मार्च को रायसीना डायलॉग में संबोधन के साथ समाप्त होगा.

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18 March 2025, 07:20 AM IST

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