KIIT में नेपाली छात्रा की आत्महत्या के बाद पुलिस का एक्शन, 3 डायरेक्टर समेत 5 गिरफ्तार
KIIT Suicide Case: ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी में नेपाली छात्रा की संदिग्ध आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस घटना के बाद छात्रों में आक्रोश बढ़ गया, जिसके चलते प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए गए. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक तीन डायरेक्टर और दो सिक्योरिटी गार्ड्स समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

KIIT Suicide Case: भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में पढ़ने वाली नेपाली छात्रा की संदिग्ध आत्महत्या के मामले में पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है. इस घटना के बाद छात्रों के विरोध प्रदर्शन ने जोर पकड़ा, जिसके बाद प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए गए. अब तक इस मामले में तीन डायरेक्टर और दो सिक्योरिटी गार्ड्स समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ओडिशा सरकार ने उच्च स्तरीय फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव और उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त-सह-सचिव शामिल हैं. यह कमेटी पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके आधार पर आगे की कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
छात्रा का शव हॉस्टल में मिला
16 फरवरी की शाम बी-टेक तृतीय वर्ष की छात्रा प्रकृति लामसाल का शव उसके हॉस्टल के कमरे में मिला था. शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या माना जा रहा है, लेकिन इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को पहले से ही इस उत्पीड़न की शिकायतें दी गई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
छात्र पर उत्पीड़न का आरोप
प्रकृति की मौत के बाद छात्रों ने दावा किया कि उसे उसी के बैच के एक भारतीय छात्र द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. कथित तौर पर आरोपी छात्र उसका बॉयफ्रेंड था, जिसने उसे इमोशनली ब्लैकमेल किया. छात्रा के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (abetment to suicide) का मामला दर्ज किया.
यूनिवर्सिटी प्रशासन पर मामले को दबाने का आरोप
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को दबाने की कोशिश की. सोशल मीडिया पर वायरल एक ऑडियो रिकॉर्डिंग में कथित तौर पर आरोपी छात्र को लड़की से दुर्व्यवहार करते हुए सुना जा सकता है. छात्रों का आरोप है कि शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया.
इसके अलावा, वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया गया कि विश्वविद्यालय ने करीब 800 छात्रों को ऑडिटोरियम में बैठाकर उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए ताकि वे इस घटना पर किसी से चर्चा न कर सकें.
मृतक छात्रा के पिता ने की न्याय की मांग
प्रकृति लामसाल के पिता सुनील लामसाल ने कहा, "हमें बस इतना पता है कि जांच चल रही है. हमें सूचना मिली कि मेरी बेटी को मानसिक रूप से परेशान किया गया और ब्लैकमेल किया गया, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया." उन्होंने आगे कहा, "हम केवल न्याय चाहते हैं. पुलिस प्रशासन और सरकार हमारी मदद कर रहे हैं. मैंने सुना है कि छात्रों को जाने के लिए कहा जा रहा है, यह उचित नहीं है."
मर्डर की भी हो रही चर्चा, पुलिस जांच में जुटी
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला है. एक वायरल वॉट्सऐप चैट में आरोप लगाया गया है कि आरोपी छात्र ने लाइब्रेरी में लड़की से छेड़छाड़ की थी, जिसके बाद उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. आरोप यह भी है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को हॉस्टल के कमरे में रखा.
पुलिस इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है. मृतक छात्रा के मोबाइल, लैपटॉप और डायरी को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. साथ ही, प्रशासन ने KIIT को नोटिस जारी कर दिया है, जिसमें रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी
घटना के बाद KIIT में पढ़ने वाले नेपाली छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्होंने रविवार रात यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल ऑफिस में धरना दिया, लेकिन सोमवार को उन्हें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया गया. इस मामले को लेकर नेपाल में भी कड़ा विरोध देखने को मिल रहा है. अब सबकी नजर पुलिस की जांच रिपोर्ट और प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हुई है.