40 दिन में 6 हेलिकॉप्टर हादसे, चारधाम रूट बना हादसों का रास्ता
Helicopter crash Char Dham: चारधाम यात्रा में एक बार फिर हादसे ने श्रद्धालुओं को झकझोर कर रख दिया है. बीते छह हफ्तों में उत्तराखंड में पांच हेलिकॉप्टर हादसे हो चुके हैं, जिनमें अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. हाल ही में केदारनाथ से लौट रहा एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई.

Helicopter crash Char Dham: चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड में बीते 40 दिनों में हेलिकॉप्टर हादसों की सीरीज ने यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे पवित्र धामों की यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं को लेकर उड़ान भरने वाले हेलिकॉप्टर या तो दुर्घटनाग्रस्त हुए या टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान तकनीकी खामियों के चलते मुश्किल में पड़ गए.
ताजा मामला रविवार का है, जब एक हेलिकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सात लोगों की जान चली गई. यह हादसा तब हुआ जब हेलिकॉप्टर गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच एक जंगल में क्रैश कर गया. हादसे में मारे गए लोग उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से थे.
केदारनाथ में बड़ा हादसा, 7 लोगों की मौत
रविवार को हुआ यह दर्दनाक हादसा चारधाम यात्रा में अब तक की सबसे गंभीर दुर्घटना थी. केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा हेलिकॉप्टर टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद ही जंगल में जा गिरा. इसमें पांच वयस्क श्रद्धालु, एक बच्चा और एक पायलट सवार थे. सभी की मौके पर ही मौत हो गई. उड़ान की कुल अवधि मात्र 10 मिनट की थी.
7 जून को रुद्रप्रयाग में क्रैश लैंडिंग
7 जून को एक प्राइवेट हेलिकॉप्टर ने सिरसी हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी. बडासू क्षेत्र में लैंडिंग के दौरान उसकी पूंछ टूट गई. हेलिकॉप्टर में पांच श्रद्धालु सवार थे. हालांकि किसी को चोट नहीं आई, लेकिन घटना ने एक बार फिर तकनीकी खामियों की ओर इशारा किया.
8 मई को उत्तरकाशी में खाई में गिरा हेलिकॉप्टर
8 मई को गंगोत्री धाम के लिए जा रहा एक हेलिकॉप्टर सुबह करीब 8:30 बजे उत्तरकाशी के गंगनानी गांव के पास खाई में जा गिरा. हादसे में पांच श्रद्धालुओं और एक पायलट की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक यात्री गंभीर रूप से घायल हुआ. उसे एम्स ऋषिकेश एयरलिफ्ट कर ले जाया गया.
12 मई को बद्रीनाथ हेलीपैड पर टली बड़ी दुर्घटना
12 मई को एक निजी हेलिकॉप्टर के पायलट ने उड़ान भरने के तुरंत बाद नियंत्रण खो दिया. इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान उसके ब्लेड ने एक खड़ी गाड़ी को टक्कर मार दी. सौभाग्य से कोई घायल नहीं हुआ. इस मामले में हेलिकॉप्टर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की गई.
17 मई को संजीवनी एयर एंबुलेंस की क्रैश लैंडिंग
17 मई को एम्स ऋषिकेश से रवाना हुई एक एयर एंबुलेंस केदारनाथ हेलीपैड के पास लैंडिंग करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई. टेल ग्राउंड से टकरा गई, लेकिन पायलट, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ सुरक्षित रहे. यह एंबुलेंस गंभीर रूप से बीमार एक महिला श्रद्धालु को लाने के लिए भेजी गई थी.
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
लगातार हो रही इन घटनाओं से यात्रियों की सुरक्षा और हवाई सेवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. इन हादसों की जांच के आदेश दिए गए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक ऊंचाई, मौसम की अनिश्चितता और हेलिकॉप्टर कंपनियों की लापरवाही के चलते ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं.


