एलओसी पर 69 लॉन्चिंग पैड सक्रिय, 120 आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में...बीएसएफ का बड़ा खुलासा
कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों के बीच बीएसएफ ने ऑपरेशन सिंदूर को 2025 की बड़ी सफलता बताया. एलओसी पर 69 लांचिंग पैडों की निगरानी जारी है, जहां 100–120 आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं. बीएसएफ ने कई हमलों को नाकाम किया और पर्यटन स्थलों की सुरक्षा बढ़ाई.

नई दिल्लीः कश्मीर में सुरक्षा हालात लगातार चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं. सीमा सुरक्षा बल (BSF) के कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक (IG) अशोक यादव ने सोमवार को भारत की सीमा सुरक्षा तैयारियों और ऑपरेशन सिंदूर की बड़ी उपलब्धियों को उजागर किया. बीएसएफ स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने बताया कि एलओसी पर पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में मौजूद 69 सक्रिय लांचिंग पैडों की निरंतर निगरानी की जा रही है, जहां 100 से 120 आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने के अवसर तलाश रहे हैं.
2025 की सबसे बड़ी सफलता
हुमहामा में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी यादव ने बताया कि वर्ष 2025-26 के दौरान बीएसएफ की सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि ऑपरेशन सिंदूर रही. इस अभियान का पहला चरण 6 से 10 मई 2025 तक चलाया गया था, जिसमें बीएसएफ और भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी चौकियों और आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए बेहद सटीक और प्रभावशाली कार्रवाई की थी.
उन्होंने कहा कि यह संयुक्त अभियान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में पर्यटकों पर हुए हमले के बाद चलाया गया, जिसमें लगभग 25 लोगों की हत्या कर दी गई थी. इस आतंकी घटना ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया था और इसके बाद आतंकी ढांचों को ध्वस्त करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया.
पाकिस्तानी चौकियों और आतंकी ठिकानों को भारी नुकसान
बीएसएफ प्रवक्ता ने जानकारी दी कि इस अभियान में भारतीय बलों ने पाकिस्तान की अग्रिम चौकियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया. एलओसी पर कई आतंकवादी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया. कठिन पहाड़ी इलाकों और शत्रु की भारी गोलाबारी के बावजूद बीएसएफ की तीव्र और सटीक कार्रवाई की खूब सराहना हुई.
आईजी यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और देश की शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों ने इस अभियान में बीएसएफ की भूमिका की तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने बीएसएफ की रणनीतिक क्षमता, उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और मारक क्षमता को विश्वसनीय रूप से साबित किया है.
चार घुसपैठियों का सफाया
यादव ने बताया कि सेना के साथ तालमेल में बीएसएफ ने एलओसी पर अपनी पकड़ और मजबूत की है. वर्ष 2025 में घुसपैठ के चार प्रयासों को नाकाम करते हुए आठ आतंकियों को मार गिराया गया. उन्होंने स्पष्ट किया कि बीएसएफ की जी-यूनिट लगातार उन सभी 69 लांचिंग पैडों की निगरानी कर रही है, जहां से किसी भी समय घुसपैठ की कोशिश की जा सकती है. साथ ही, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में मौजूद विभिन्न आतंकी प्रशिक्षण शिविर भी भारतीय खुफिया एजेंसियों के रडार पर हैं.
पर्यटक स्थलों की सुरक्षा पर भी फोकस
पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद बीएसएफ ने संवेदनशील पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा तैनाती बढ़ा दी है. गुलमर्ग बाउल जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर विशेष रूप से प्रशिक्षित आतंकवाद-निरोधी टीमें तैनात की गई हैं.
यादव ने कहा कि बीएसएफ भविष्य में भी एलओसी पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि किसी भी घुसपैठ या आतंकी गतिविधि को जड़ से खत्म किया जा सके.


