पायलट की सूझबूझ से टला विमान हादसा, दिल्ली एयरपोर्ट पर Air India फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग...
एयर इंडिया की इंदौर जा रही फ्लाइट AI2913 ने दिल्ली से उड़ान भरने के कुछ देर बाद इंजन में आग की चेतावनी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग की. पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए एक इंजन बंद कर विमान को सुरक्षित दिल्ली वापस उतारा. फ्लाइट में 90 से ज्यादा यात्री थे. विमान को जांच के लिए ग्राउंड कर दिया गया है और DGCA को इसकी सूचना दे दी गई है.

Air India Flight Emergency Landing : रविवार सुबह दिल्ली से इंदौर जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI2913 को उड़ान भरने के करीब आधे घंटे बाद राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. फ्लाइट के पायलट को विमान के दाहिने इंजन में आग की चेतावनी मिली, जिसके बाद एहतियात के तौर पर एक इंजन बंद कर दिया गया और फ्लाइट को तुरंत दिल्ली वापस लौटाया गया.
पायलट की सूझबूझ से सुरक्षित लैंडिंग
रडार पर भी दिखी अचानक वापसी की जानकारी
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24 के अनुसार, विमान ने उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही दिशा बदली और दिल्ली लौट आया. तकनीकी कारणों से ग्राउंडिंग की गई इस फ्लाइट की जांच की जा रही है. एयर इंडिया ने यात्रियों को जल्द ही एक वैकल्पिक विमान में शिफ्ट कर इंदौर रवाना करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
तकनीकी खामी की जांच जारी
एयर इंडिया ने बताया कि इस घटना की जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को भी दे दी गई है. DGCA अब इस तकनीकी गड़बड़ी की जांच करेगा कि क्या वाकई इंजन में आग लगी थी या यह महज तकनीकी अलर्ट था. विमान को फिलहाल ग्राउंड कर दिया गया है और पूरी तरह से जांच के बाद ही इसे फिर से उड़ान की अनुमति दी जाएगी.
लगातार सामने आ रही तकनीकी दिक्कतें
हाल के महीनों में एयर इंडिया की उड़ानों में तकनीकी खामियों की खबरें कई बार सामने आई हैं. इससे न केवल यात्रियों की सुरक्षा पर चिंता बढ़ी है, बल्कि एयरलाइन की तकनीकी तैयारी और रख-रखाव पर भी सवाल उठने लगे हैं. हालांकि इस घटना में किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ, फिर भी यह वाकया एयर इंडिया और विमानन सुरक्षा के लिए एक गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है.
बड़ा हादसा टला, जांच के बाद सामने आएगा सच
पायलट की सतर्कता और त्वरित निर्णय से एक संभावित बड़ी दुर्घटना टल गई. यात्रियों की जान सुरक्षित रही, लेकिन इस घटना ने एयरलाइन कंपनियों की तकनीकी निगरानी और विमानों के रखरखाव पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब सभी की निगाहें DGCA की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो तय करेगी कि इंजन में वाकई कोई गंभीर समस्या थी या यह फॉल्स अलर्ट था.


