score Card

प्रसाद में मिलाया नशीला पदार्थ, यौन उत्पीड़न का बनाया Video...युवक ने वृंदावन के पुजारी पर लगाए गंभीर आरोप, जांच शुरू

मध्य प्रदेश के एक युवक ने वृंदावन के एक आश्रम के महंत पर प्रसाद में नशा मिलाकर यौन शोषण करने और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. घटना 2022 की बताई गई है. युवक ने विरोध करने पर मारपीट का भी आरोप लगाया. मामला SSP मथुरा के पास पहुंचा है, जिन्होंने जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Vrindavan Ashram Sexual Assault: मध्य प्रदेश के एक युवक ने वृंदावन स्थित एक प्रसिद्ध आश्रम के महंत (मुख्य पुजारी) पर यौन शोषण और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का गंभीर आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर शनिवार को एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि मामला अब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) मथुरा के संज्ञान में आ गया है और उन्होंने इसकी जांच का आदेश दे दिया है.

प्रसाद में नशीला पदार्थ मिलाकर किया यौन शोषण 

पीड़ित युवक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि यह घटना 22 नवंबर 2022 की है, जब वह आश्रम में ठहरा हुआ था. युवक के अनुसार, महंत ने उसे प्रसाद में नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाया और फिर उसके साथ यौन शोषण किया. युवक का दावा है कि जब वह बेहोश था, उस समय महंत ने घटना का वीडियो बना लिया और बाद में उसी वीडियो के ज़रिए उसे धमकाने और ब्लैकमेल करने लगा.

वीडियो दिखाकर धमकाया, विरोध करने पर पीटा 
शिकायत में यह भी कहा गया है कि जब युवक ने इस घिनौने कृत्य का विरोध किया तो महंत और उसके सहयोगियों ने उसे बुरी तरह पीटा. किसी तरह युवक आश्रम से भाग निकला और वापस अपने घर मध्य प्रदेश लौट गया. डरा-सहमा युवक काफी समय तक चुप रहा, लेकिन अंततः उसने पुलिस से मदद लेने का फैसला किया.

DIG आगरा को दी शिकायत, मथुरा SSP को दिए गए निर्देश
पहले युवक ने आगरा रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) से संपर्क किया, जिन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद मथुरा SSP ने सदर सर्किल के पुलिस अधिकारी संदीप कुमार सिंह को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है और एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा है.

तीन साल पुरानी घटना, जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि यह मामला अत्यंत गंभीर है, लेकिन घटना करीब तीन साल पुरानी होने के कारण जांच को प्राथमिकता के आधार पर निष्पक्ष रूप से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पीड़ित की शिकायत और सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और रिपोर्ट जल्द ही SSP को सौंपी जाएगी.

धार्मिक आस्था पर सवाल, पुलिस के जांच का इंतजार
इस पूरे मामले ने न केवल धर्मगुरुओं पर लोगों के भरोसे को झटका दिया है, बल्कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि घटना पुरानी है, फिर भी अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह एक बड़ा मामला साबित हो सकता है. अब सभी की निगाहें पुलिस जांच रिपोर्ट और भविष्य की कानूनी कार्रवाई पर टिकी हैं.

calender
31 August 2025, 09:37 AM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag