अमित शाह ने अपने संघर्ष के दिनों को किया याद, कहा - 'मुझे पीटा गया था',लेकिन असम को बचाने के लिए लड़ा'
अमित शाह ने असम में कांग्रेस सरकार के दौरान जेल में बिताए समय को याद किया और बताया कि उन्हें सात दिन तक जेल का खाना दिया गया और पीटा भी गया था. इस दौरान उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया के समय का जिक्र किया और अपने संघर्षों की कहानी साझा की. उन्होंने असम के विकास की यात्रा को भी सराहा और लचित बरफुकन पुलिस अकादमी के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की तारीफ की. जानिए, अमित शाह ने और क्या कहा और असम के विकास के लिए कौन से बड़े कदम उठाए जा रहे हैं.

Amit Shah Story: असम में कांग्रेस सरकार के दौरान हुई अपनी नजरबंदी और जेल के दिनों को याद करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्हें पीटा गया और सात दिनों तक जेल का खाना दिया गया था. यह बयान उन्होंने शनिवार को असम के डेरगांव में लचित बरफुकन पुलिस अकादमी के उद्घाटन समारोह के दौरान दिया.
असम के मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया के शासनकाल का जिक्र
अमित शाह ने अपने भाषण में असम के मुख्यमंत्री रहे हितेश्वर सैकिया के शासनकाल का उल्लेख किया और बताया कि उस समय उन्हें और उनके साथियों को बहुत कड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ी थीं. उन्होंने कहा कि वे और उनके साथी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ नारे लगाते थे, जिसमें एक प्रसिद्ध नारा था, "असम की गालियां सुनी हैं, इंदिरा गांधी खूनी है." इसके चलते उन्हें जेल में डाल दिया गया और उनके साथ हिंसा की गई.
जेल में बिताए दिन और असम के विकास की यात्रा
अमित शाह ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वे सात दिनों तक जेल में रहे और उस समय का खाना भी जेल का था. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उस समय के संघर्ष के बावजूद असम आज विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पूरे देश से लोग असम की स्थिति सुधारने के लिए आए थे और आज असम के विकास में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं.
लचित बरफुकन पुलिस अकादमी का उद्घाटन और भविष्य की योजना
अमित शाह ने असम के गोलाघाट जिले में लचित बरफुकन पुलिस अकादमी के पहले चरण का उद्घाटन किया. इस अकादमी को लचित बरफुकन के नाम पर रखा गया है, जो एक महान असमिया योद्धा थे और जिन्होंने मुगलों के खिलाफ असम की रक्षा की थी. शाह ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का धन्यवाद किया और कहा कि यह अकादमी आने वाले वर्षों में देश की सबसे बेहतरीन पुलिस अकादमी बनेगी.
असम में न्याय व्यवस्था की सुधार और निवेश की उम्मीद
अमित शाह ने असम की न्याय व्यवस्था में सुधार की बात की और कहा कि असम की दोषसिद्धि दर पिछले तीन सालों में 5% से बढ़कर 25% हो गई है, और जल्द ही यह राष्ट्रीय औसत से भी ऊपर जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने असम में हो रहे बड़े निवेश और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार असम में 3 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरुआत करेगी, जबकि हाल ही में हुए कारोबारी सम्मेलन में 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश भी प्रस्तावित किया गया है.
असम के विकास के लिए उठाए जा रहे कदम
अमित शाह का कहना है कि असम अब विकास के नए दौर में प्रवेश कर चुका है. उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की सरकार की सराहना की और कहा कि यह सरकार राज्य को तरक्की की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है.
अमित शाह का यह बयान न केवल असम के इतिहास और उनके व्यक्तिगत संघर्ष की याद दिलाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि असम आज किस तरह विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है. उनका यह संदेश असम के लोगों और नेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकता है, जिनकी मेहनत और संघर्ष से राज्य में बदलाव आया है.


