केंद्र सरकार की बड़ी घोषणा, बनाई जाएगी डा. मनमोहन सिंह की यादगार, परिवार को इस जगह की दी पेशकश
मनमोहन सिंह ने अपना करियर पंजाब विश्वविद्यालय में व्याख्याता के रूप में शुरू किया। इसके बाद उनका चयन दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए हो गया। सरकार के साथ उनका जुड़ाव 1950 के दशक में शुरू हुआ, जब उन्होंने आर्थिक मामलों में शोधकर्ता के रूप में काम किया। इसके बाद वर्ष 1971 में उन्हें आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया। इसके बाद मनमोहन सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के परिवार को उनका स्मारक बनाने के लिए राजघाट परिसर में जमीन देने की पेशकश की है। पूर्व प्रधानमंत्री का दिसंबर में निधन हो गया था, जिसके बाद सरकार ने एक स्मारक के निर्माण की घोषणा की थी। सरकारी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि सरकार द्वारा दिया गया भूखंड पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के पूर्व नेता प्रणब मुखर्जी के स्मारक के बगल में है।
पश्चिमी पंजाब में हुआ था जन्म
मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर 1932 को पश्चिमी पंजाब में हुआ था। मनमोहन सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब से प्राप्त की। उन्होंने 1948 में हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की, जबकि 1950 में उन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने 1952 में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
मनमोहन सिंह ने डी.फिल की डिग्री प्राप्त की
मनमोहन सिंह ने 1954 में अपनी मास्टर डिग्री प्राप्त की। शिक्षा में उनकी रुचि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे आगे की पढ़ाई के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय गये। वहां भी वह प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुआ। 1962 में मनमोहन सिंह ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नफिल्ड कॉलेज से डी.फिल की डिग्री प्राप्त की।