कहां होती है आईफोन की असली मैन्युफैक्चरिंग? राहुल गांधी ने बताया, 'मेड इन चाइना नहीं, असेंबल्ड इन इंडिया

भारत में आईफोन के कई मॉडल बनते हैं, लेकिन राहुल गांधी ने लोकसभा में खड़े होकर कहा कि आईफोन मेड इन इंडिया नहीं, बल्कि असेंबल्ड इन इंडिया हैं. असेंबलिंग और मैन्युफैक्चरिंग में क्या अंतर होता है? मेड इन इंडिया का टैग कैसे मिलता है? जानिए सबकुछ.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

लोकसभा में राहुल गांधी ने सोमवार को आईफोन को लेकर एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि जो आईफोन हम इस्तेमाल करते हैं, वह "मेड इन इंडिया" नहीं है, बल्कि "असेंबल्ड इन इंडिया" है. उन्होंने यह भी कहा कि आईफोन के ज्यादातर मॉडल "मेड इन चाइना" हैं. इसके बाद इस पर चर्चा शुरू हो गई. तो क्या सच में आईफोन भारत में नहीं बनते? आइए इसे समझते हैं.

वर्तमान में, भारत में आईफोन का संपूर्ण निर्माण नहीं होता है. इसका मतलब है कि आईफोन के विभिन्न हिस्से भारत में आते हैं और यहां उन्हें जोड़ा जाता है, यानी असेंबल किया जाता है. इस समय भारत में आईफोन के केवल असेंबलिंग (जोड़ने) का काम होता है, पूरी तरह से निर्माण नहीं. हालांकि, भारत में आईफोन के असेंबली प्लांट जरूर हैं और कुछ समय से इस प्रक्रिया में बदलाव देखा जा रहा है.

भारत में तीन कंपनियां आईफोन असेंबल करती हैं:

ये कंपनियां भारत में असेंबली प्लांट चला रही हैं, लेकिन इनके निर्माण संयंत्र (मैन्युफैक्चरिंग यूनिट) चीन में स्थित हैं. भारत सरकार ने उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत इन कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए प्रोत्साहित किया है.

कौन-कौन से आईफोन मॉडल भारत में असेंबल हो रहे हैं?

भारत में फिलहाल iPhone 12, 13, 14, 15 और 16 मॉडल के कुछ वेरिएंट असेंबल हो रहे हैं. लेकिन ये मॉडल पूरी तरह से भारत में मैन्युफैक्चर नहीं हो रहे, बल्कि उनके पार्ट्स विदेश से आकर भारत में जोड़े जाते हैं. हालांकि, 2024 में रिपोर्ट आई थी कि ऐपल भारत में iPhone 16 पूरी तरह से मैन्युफैक्चर करने पर विचार कर रहा है. अगर ऐसा होता है, तो यह पहली बार होगा जब भारत में पूरी तरह से एक आईफोन मॉडल बनेगा.

चीन से भारत शिफ्ट होने की वजह

अभी तक ऐपल अपने आईफोन का अधिकतर उत्पादन चीन में करता था. लेकिन अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव और व्यापारिक समस्याओं के कारण ऐपल ने चीन के बाहर अपने उत्पादन को शिफ्ट करना शुरू किया है. भारत में उत्पादन बढ़ाने का उद्देश्य यही है कि ऐपल अगले कुछ सालों में भारत से आईफोन का उत्पादन बढ़ाकर 25 प्रतिशत तक पहुंचाना चाहता है.

2021 में भारत में बने iPhone 13 मॉडल पहले चीन में बने आईफोन से कुछ महीनों बाद लॉन्च हुए थे. लेकिन 2023 में, भारत में बने iPhone 15 को चीन के साथ-साथ एक साथ लॉन्च किया गया. 2024 में, भारत आईफोन के उत्पादन में 14 प्रतिशत का योगदान देता है और इसे 25 प्रतिशत तक बढ़ाने की योजना है.

भारत में आईफोन उत्पादन से जुड़ी कंपनियां और निर्यात

भारत में 2024 में आईफोन के उत्पादन से 1.20 ट्रिलियन रुपये के आईफोन बनाए गए, जिनमें से 85,000 करोड़ रुपये के आईफोन निर्यात किए गए. भारत अब मोबाइल निर्यात में नंबर 1 बन चुका है और सरकार की PLI योजना के तहत ऐपल और अन्य कंपनियों के साथ यह निर्यात बढ़ रहा है.

आईफोन के पार्ट्स कहां बनते हैं?

  • सेमीकंडक्टर चिप: ताइवान की कंपनी TSMC बनाती है.
  • डिस्प्ले: सैमसंग और LG द्वारा दक्षिण कोरिया में.
  • मेमोरी चिप: SK Hynix (दक्षिण कोरिया) और तोशिबा (जापान) बनाते हैं.
  • कैमरा: जापान की सोनी कंपनी बनाती है.
  • अन्य पार्ट्स: जर्मनी, अमेरिका, चीन से आते हैं.

कैसे मिलता है मेड इन इंडिया टैग?

भारत में किसी भी उत्पाद को "मेड इन इंडिया" का टैग पाने के लिए केवल असेंबलिंग (जोड़ना) पर्याप्त नहीं है. इसके लिए उत्पादन, मोल्डिंग, मशीनिंग जैसी प्रक्रियाओं को भारत में पूरा करना जरूरी है. अगर पुर्जे सिर्फ आयात किए जाते हैं और भारत में जोड़े जाते हैं, तो उसे "असेंबल्ड इन इंडिया" माना जाएगा.

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04 February 2025, 02:24 PM IST

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