एयर इंडिया क्रैश जांच में बड़ी कामयाबी, ब्लैक बॉक्स से निकाला गया डेटा
Air India Crash: एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 की दुर्घटना की जांच में बड़ा मोड़ आया है. ब्लैक बॉक्स से डेटा सफलतापूर्वक निकाला गया है और उसका विश्लेषण किया जा रहा है. इससे हादसे के असली कारणों का पता लगाने में मदद मिलेगी.

Air India Crash: अहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान AI171 की दुखद दुर्घटना में 270 से ज्यादा लोगों की जान जाने के बाद अब जांच में बड़ी प्रगति सामने आई है. अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के ब्लैक बॉक्स से डेटा सफलतापूर्वक डाउनलोड कर लिया गया है और उसका विश्लेषण जारी है.
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की तकनीकी टीम इस डेटा के जरिए पूरे हादसे की कड़ी से कड़ी जोड़ने की कोशिश कर रही है. दोनों फ्लाइट रिकॉर्डर्स कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को गंभीर क्षति के बावजूद सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया था.
ब्लैक बॉक्स से मिला अहम डेटा
सरकार की ओर से गुरुवार दोपहर को जानकारी दी गई कि 12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया विमान के ब्लैक बॉक्स से जरूरी डेटा निकाला जा चुका है. यह विमान लंदन गैटविक जा रहा था और मेडिकल हॉस्टल कॉम्प्लेक्स से टकराकर गिर पड़ा, जिसमें 270 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. ब्लैक बॉक्स को गंभीर क्षति पहुंची थी, जिससे डेटा मिलने को लेकर पहले संशय बना हुआ था. लेकिन जांच एजेंसियों ने बेहद संवेदनशील प्रक्रिया अपनाकर इससे यूजेवल डेटा निकालने में सफलता पाई है.
24-25 जून को हुआ डेटा एक्सट्रैक्शन
सरकार ने बताया कि 24 जून 2025 की शाम को AAIB के निदेशक के नेतृत्व में एक टीम ने डेटा निकालने की प्रक्रिया शुरू की. टीम में AAIB और NTSB के तकनीकी विशेषज्ञ शामिल थे. दुर्घटनाग्रस्त विमान के फ्रंट ब्लैक बॉक्स से क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (CPM) को सुरक्षित रूप से निकाला गया. 25 जून को AAIB की लैब में इसका मेमोरी मॉड्यूल एक्सेस किया गया और डेटा डाउनलोड कर लिया गया.
हादसे की कड़ी जोड़ने में जुटी टीम
"कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) से मिले डेटा का विश्लेषण जारी है. इसका उद्देश्य है दुर्घटना की पूरी टाइमलाइन तैयार करना और उन कारणों की पहचान करना जिनसे यह हादसा हुआ, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें," सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया. सरकार ने यह भी बताया कि "सभी प्रक्रियाएं देशीय कानूनों और अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए समयबद्ध तरीके से की गई हैं."
मलबे और छत से बरामद हुए ब्लैक बॉक्स
हादसे के अगले दिन यानी 13 जून को एक ब्लैक बॉक्स दुर्घटनास्थल पर एक इमारत की छत से मिला, जबकि दूसरा 16 जून को मलबे के बीच से बरामद किया गया. इसके बाद इन दोनों रिकॉर्डर्स के सुरक्षित संचालन, भंडारण और ट्रांसपोर्टेशन के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) लागू किए गए.
विमान में कौन थे पायलट और कितने थे सवार
AI171 फ्लाइट की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल के हाथों में थी, जिनके पास 8,200 घंटे की उड़ान का अनुभव था. उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिन्होंने 1,100 घंटे की उड़ान भर रखी थी.
विमान ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी थी. उड़ान के कुछ ही क्षणों बाद कैप्टन सभरवाल ने 'Mayday' कॉल देकर पूरी इमरजेंसी की सूचना दी. इसके कुछ ही पलों बाद विमान एक मेडिकल हॉस्टल कॉम्प्लेक्स से टकरा गया.
अब तक 208 मृतकों की पहचान डीएनए जांच के जरिए की जा चुकी है, जिनमें से 170 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं.


