गढ़चिरौली में माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता, 4 नक्सली ढेर, पुलिस अभियान तेज
महाराष्ट्र पुलिस ने गढ़चिरौली-नारायणपुर सीमा पर हुई मुठभेड़ में चार नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी दी. गढ़चिरौली के एसपी नीलोत्पल के अनुसार, कोपर्शी वन क्षेत्र में लगभग आठ घंटे तक चली रुक-रुक कर गोलीबारी के बाद पुलिस ने चार नक्सलियों के शव बरामद किए.

4 Naxalites killed in encounter: महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को गढ़चिरौली-नारायणपुर सीमा पर हुई मुठभेड़ में चार नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी दी. गढ़चिरौली के एसपी नीलोत्पल के अनुसार, कोपर्शी वन क्षेत्र में लगभग आठ घंटे तक चली रुक-रुक कर गोलीबारी के बाद पुलिस ने चार नक्सलियों के शव बरामद किए, जिनमें एक पुरुष और तीन महिलाएं शामिल थीं. इस दौरान पुलिस ने चार हथियार भी बरामद किए, जिनमें एक एसएलआर राइफल, दो इंसास राइफल और एक 1.303 राइफल शामिल हैं. क्षेत्र में तलाशी अभियान अभी भी जारी है.
गढ़चिरौली जिले के कोपर्शी गांव के पास हुई मुठभेड़
यह मुठभेड़ गढ़चिरौली जिले के कोपर्शी गांव के पास तब हुई, जब पुलिस को नक्सलियों के होने की सूचना मिली. इसके बाद गढ़चिरौली पुलिस की सी-60 कमांडो टीम ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया, जिसके बाद यह मुठभेड़ हुई.
नारायणपुर में 8 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
इसी बीच, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिलों में 29 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया. इन नक्सलियों पर कुल 55.50 लाख रुपये का इनाम घोषित था. अधिकारियों के अनुसार, दंतेवाड़ा में 21 और नारायणपुर में 8 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. इनमें से 13 नक्सली ऐसे थे जिनके सिर पर कुल 25 लाख रुपये का इनाम था. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने कहा कि वे माओवादी विचारधारा से निराश हो गए थे और अब वे पुलिस के पुनर्वास अभियान 'लोन वर्राटू' से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौट रहे हैं.
Gadchiroli, Maharashtra | After about 8 hours of intermittent firing in the Koparshi forest area on the Gadchiroli-Narayanpur border, the bodies of 4 Maoists (1 male and 3 female) have been recovered. 4 weapons- 1 SLR rifle, 2 INSAS rifles and 1.303 rifles were recovered. Further…
— ANI (@ANI) August 27, 2025
क्या है 'लोन वर्राटू' अभियान का उद्देश्य ?
'लोन वर्राटू' अभियान का उद्देश्य नक्सलियों को मुख्यधारा में लाकर पुनर्वास करना है. अब तक, दंतेवाड़ा जिले में 1,042 नक्सलियों ने इस अभियान के तहत आत्मसमर्पण किया है, जिनमें से 267 इनामी थे. इसके अलावा, नारायणपुर जिले में भी आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिन पर कुल 30 लाख रुपये का इनाम था.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने क्या कहा?
इस अभियान के सफल होने की उम्मीद है कि यह नक्सलियों को हिंसा की बजाय शांति की ओर मोड़ने में मदद करेगा. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का कहना था कि उन्हें अब माओवादी विचारधारा में कोई भविष्य नजर नहीं आता.


