Bihar News: मुझे समझ नहीं आता कि उन्हें भगवान राम से... शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर की टिप्पणी पर मंत्री नित्यानंद राय दिया बयान
Bihar News: बिहार के शिक्षा मंत्री और राजद विधायक चंद्रशेखर का कहना है कि मंदिर गुलामी का रास्ता है. जबकि शिक्षा प्रकाश का मार्ग है. फतेह बहादुर के बयान पर समर्थन करते हुए.
Bihar News: बिहार के शिक्षा मंत्री और राजद विधायक चंद्रशेखर का कहना है कि मंदिर गुलामी का रास्ता है. जबकि शिक्षा प्रकाश का मार्ग है. फतेह बहादुर के बयान पर समर्थन करते हुए. मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि उन्होंने अपनी नहीं, बल्कि हमारी मां सावित्री बाई फुले की बात को दोहराया है. हालांकि JDU ने शिक्षा मंत्री के बयान का विरोध किया है. JDU के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा हम मंदिर की घेराबंदी कराते है.
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर ने कहा कि, "अगर आप घायल हो जाएंगे तो कहां जाएंगे? मंदिर या अस्पताल? अगर आप शिक्षा चाहते हैं और अधिकारी, विधायक या सांसद बनना चाहते हैं तो क्या आप मंदिर या स्कूल जाएंगे? फतेह बहादुर सिंह" (राजद विधायक) ने वही कहा जो सावित्रीबाई फुले ने कहा था. यहां गलत क्या है? उन्होंने सावित्रीबाई फुले को उद्धृत किया. क्या शिक्षा आवश्यक नहीं है?...हमें छद्म हिंदुत्व और छद्म राष्ट्रवाद से सावधान रहना चाहिए.
आगे उन्होंने कहा कि, "जब भगवान राम हममें से हर एक में और हर जगह रहते हैं, तो आप उन्हें खोजने के लिए कहां जाएंगे? जो स्थल आवंटित किए गए हैं, उन्हें शोषण का स्थल बना दिया गया है, जिसका उपयोग समाज में कुछ षड्यंत्रकारियों की जेबें भरने के लिए किया जाता है.
पटना में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि, "यह (राम मंदिर) सांस्कृतिक स्वतंत्रता का मार्ग है. मुझे समझ नहीं आता कि उन्हें भगवान राम और राम मंदिर से क्या दुश्मनी है कि वे इसका विरोध कर रहे हैं." बार-बार. जो मंशा और नीति वे दिखा रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि वे बाबर और अफजल गुरु की तस्वीरें टांगेंगे और उनकी पूजा करेंगे. देश को बाबर, अफजल गुरु या जिन्ना के 'जिन्न' की नहीं, अशफाक उल्ला खान और कैप्टन हामिद की जरूरत है. यहां भगवान राम की अखंडता की आवश्यकता है."