दिन में MNC में काम...रात में परीक्षा की तैयारी...मिलिए श्वेता भारती से जिन्होंने बिना कोचिंग के UPSC किया क्लियर

श्वेता भारती ने अपनी रातें पढ़ाई के लिए समर्पित कर दीं और 2021 की परीक्षा में 356 की प्रभावशाली अखिल भारतीय रैंक (AIR) हासिल करने में सफल रहीं. दिन में काम करने के बावजूद, श्वेता ने अपनी रातें पढ़ाई के लिए समर्पित कीं और 2021 की परीक्षा में प्रभावशाली AIR 356 हासिल करने में सफल रहीं. और वह एक सफल आईएएस अधिकारी हैं.

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

बिहार न्यूज. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ काम को संतुलित करना पेशेवरों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. क्योंकि उन्हें दिन के दौरान अपनी नौकरी की ज़िम्मेदारियों को संभालना होता है और साथ ही पढ़ाई के लिए समय और ऊर्जा भी निकालनी होती है. हालांकि, कुछ व्यक्ति अपने व्यक्तिगत, पेशेवर और शैक्षणिक जीवन के बीच संतुलन बनाने में कामयाब होते हैं. ऐसी ही एक शख्सियत हैं IAS श्वेता भारती, जिन्होंने अखिल भारतीय रैंक (AIR) 356 के साथ सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा 2021 पास की. दिन में काम करने के बावजूद, श्वेता ने अपनी रातें पढ़ाई के लिए समर्पित कीं और 2021 की परीक्षा में प्रभावशाली AIR 356 हासिल करने में सफल रहीं.

बिहार के नालंदा की हैं श्वेता

बिहार के नालंदा जिले के राजगीर बाजार की रहने वाली श्वेता भारती हमेशा से ही एक मेधावी छात्रा रही हैं और हमेशा अपनी पढ़ाई में अव्वल आती रही हैं. पटना के ईशान इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल से स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद श्वेता ने भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल और टेलीकम्युनिकेशन में उच्च शिक्षा हासिल की. इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद श्वेता ने सिविल सेवा में जाने के अपने सपने को पूरा करने का फैसला करने से पहले, एक अग्रणी भारतीय बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो में नौकरी कर ली.

सिविल सेवा में करियर बनाने की जगी इच्छा

विप्रो में कर्मचारी के रूप में काम करते हुए श्वेता के मन में सिविल सेवा में अपना करियर बनाने की तीव्र इच्छा जागी. हालांकि, अपने पारिवारिक दायित्वों के कारण, नौकरी से इस्तीफा देना उनके लिए कोई विकल्प नहीं था. यूपीएससी परीक्षा पास करने में अनिच्छुक श्वेता ने दिन में काम करके और रात को ध्यान केंद्रित करके पढ़ाई करके संतुलन बनाने में कामयाबी हासिल की. इससे उन्हें सिविल सेवा में शामिल होने के अपने लक्ष्य की ओर काम करने में मदद मिली.

स्मार्टफोन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद 

श्वेता भारती ने सिविल सेवा की तैयारी और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों को बनाए रखने के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया. इस दौरान उन्होंने जानबूझकर खुद को सामाजिक दायरे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से दूर रखने का फैसला किया. आखिरकार, उन्होंने फैसला किया कि सबसे अच्छा तरीका स्मार्टफोन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर देना है.

तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखा

2020 में श्वेता भारती ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 65वीं परीक्षा में 65वीं रैंक हासिल की. उन्हें शिक्षा विभाग में जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPO) के पद पर नियुक्त किया गया. जो पश्चिम चंपारण जिले में कार्यरत हैं. इस उपलब्धि के बावजूद, उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखा. और अंततः एक प्रभावशाली अखिल भारतीय रैंक (AIR) 356 के साथ इसे पास किया. यूपीएससी सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा, 2021 में श्वेता ने लिखित परीक्षा में 774 अंक और व्यक्तित्व परीक्षण में 168 अंक प्राप्त किए. कुल मिलाकर, उसने 942 अंक हासिल किए.

calender
25 January 2025, 03:11 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो