क्रिसमस से पहले बवाल! हरिद्वार में कार्यक्रम कैंसिल, जबलपुर में हिंसा, कई शहरों में बढ़ा तनाव
क्रिसमस 2025 से ठीक पहले देश में कई जगहों पर इसे लेकर तीखा विरोध देखने को मिल रहा है. धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा तट पर प्रस्तावित क्रिसमस कार्यक्रम को तीर्थ पुरोहितों के जोरदार विरोध के बाद रद्द कर दिया गया.

नई दिल्ली: क्रिसमस 2025 से पहले ही देश के कई हिस्सों में इसे लेकर विरोध और तनाव की घटनाएं सामने आने लगी हैं. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ से जुड़ी घटनाओं ने एक बार फिर त्योहारों को लेकर सामाजिक और धार्मिक बहस को तेज कर दिया है. कहीं बयानों को लेकर विवाद है तो कहीं कार्यक्रम रद्द किए गए हैं, वहीं कुछ स्थानों पर झड़प की स्थिति भी बन गई.
मुजफ्फरनगर में हिंदूवादी नेत्री साध्वी प्राची के बयान ने सियासी और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है, जबकि जबलपुर में हिंदू संगठनों और ईसाई समुदाय के बीच मारपीट की घटना सामने आई है. हरिद्वार में तीर्थ पुरोहितों के विरोध के चलते क्रिसमस का एक प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द कर दिया गया, वहीं छत्तीसगढ़ में ईसाई समुदाय ने शांति और प्रेम का संदेश देने के लिए रैली निकाली.
मुजफ्फरनगर में साध्वी के बयान पर चर्चा
मुजफ्फरनगर में मीडिया से बातचीत के दौरान साध्वी ने क्रिसमस को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में ईसाई 2% हैं जबकि हिंदू 85% हैं. जब 2% होकर ईसाई, हिंदू त्यौहार नहीं मानते तो फिर क्रिसमस-डे के नाम पर हिंदू अपने बच्चों को कार्टून क्यों बनाते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि क्रिसमस डे पर स्कूलों में बच्चों को गिफ्ट बांटे जाते हैं, लेकिन सवाल उठाते हुए बोलीं कि वे मस्जिदों और मदरसों में क्यों नहीं जाते, जहां बच्चे पढ़ते हैं.
हरिद्वार में विरोध के बाद क्रिसमस कार्यक्रम रद्द
हरिद्वार में गंगा तट पर स्थित उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा संचालित भागीरथी होटल में 24 दिसंबर की शाम क्रिसमस कार्यक्रम आयोजित किया जाना था. तीर्थ पुरोहित समाज के विरोध के बाद इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित ने इस आयोजन का विरोध करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में इस प्रकार के कार्यक्रम गंगा के तट पर आयोजित नहीं होने देंगे. जब पूरा देश सनातन की परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है और विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश, तो इस तरह के कार्यक्रम गंगा तट पर क्यों.
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि गंगा तट पर इस तरह के कार्यक्रमों की अनुमति देना अनुचित है.
जबलपुर में हिंदू संगठनों और ईसाई समुदाय के बीच झड़प
मध्य प्रदेश के जबलपुर में सोमवार को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं और ईसाई समुदाय के लोगों के बीच जमकर मारपीट हुई. जानकारी के अनुसार, क्रिसमस के अवसर पर हवाबाग स्थित चर्च परिसर में भोज का आयोजन किया गया था. हिंदू संगठनों का आरोप है कि क्रिसमस सेलिब्रेशन के नाम पर चर्च के पीछे स्थित कम्युनिटी हॉल में बड़ी संख्या में लोगों को बुलाया गया था. इसके साथ ही अंधमूक और दृष्टि बाधित विद्यालय के छात्रों को भी आमंत्रित किया गया था.
संगठनों का दावा है कि यह आयोजन धर्मांतरण के उद्देश्य से किया गया. सूचना मिलने पर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और बीजेपी से जुड़े लोग मौके पर पहुंचे, जिसके बाद विवाद बढ़ गया और मारपीट शुरू हो गई. पुलिस के पहुंचने के बाद स्थिति पर काबू पाया गया. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि ईसाई समुदाय ने धर्मांतरण के आरोपों से इनकार किया है.
छत्तीसगढ़ में ईसाई समुदाय की शांति रैली
देशभर में चल रहे विरोध के बीच छत्तीसगढ़ के भिलाई में यूनाइटेड क्रिश्चियन काउंसिल की ओर से प्रेम और शांति का संदेश देने के लिए क्रिसमस महारैली निकाली गई. रैली के दौरान मसीही समाज के लोग "हैप्पी क्रिसमस" कहते हुए लोगों को शुभकामनाएं देते नजर आए.
इस रैली में सांता क्लॉज ने बच्चों को टॉफियां और उपहार बांटे. सेक्टर-01 मुर्गा चौक से शुरू हुई इस रैली में सैकड़ों वाहन शामिल हुए और पूरे मार्ग पर शांति व सौहार्द का संदेश दिया गया.


