उत्तराखंड में बादल फटने से मची अफरा-तफरी, दिल दहलाने वाला मंजर, देखें वीडियो
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के भयावह दृश्य अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें स्थानीय लोग अचानक आई तबाही से बचने के लिए भागते हुए नजर आ रहे हैं. लोग अपने जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों की ओर दौड़-भाग रहे हैं.

Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को हुई भीषण बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है. धराली क्षेत्र में आई अचानक बाढ़ के कारण चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं. इस दर्दनाक घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें लोग बाढ़ के तेज बहाव में बहते हुए और जान बचाने के लिए भागते हुए दिखाई दे रहे हैं. प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्यों की तेजी से शुरुआत की गई है. उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट, प्रशांत आर्य ने हादसे में कम से कम चार लोगों के मौत की पुष्टि की है, हालांकि उन्होंने इस संख्या में और बढ़ोतरी की आशंका जताई है. स्थानीय लोगों के अनुसार, बाढ़ इतनी अचानक आई कि इमारतें और बाजार भी बह गए, जिससे पूरा गांव तबाह हो गया.
उत्तरकाशी धराली कस्बे में.... pic.twitter.com/m9fMAjBPLg
— atulsati joshimath (@atulsati1) August 5, 2025
वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर बाढ़ की एक और खौफनाक तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें धराली के लोग अपनी जान बचाने के लिए दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं. एक वीडियो में, स्थानीय व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'सब खत्म हो गया,' क्योंकि बाढ़ ने इमारतों और गांवों को पूरी तरह से बहा दिया. इसके बाद एक और वीडियो में स्थानीय लोग बता रहे हैं कि किस प्रकार घरों, इमारतों और बाजारों को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया. एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, 'पूरा ये जो गांव है, पता भी नहीं चल रहा. यह हमारा मार्केट था, अब यह सब खत्म हो चुका है.'
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का संज्ञान
घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए आईटीबीपी की तीन टीमों को घटनास्थल पर भेजने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा, एनडीआरएफ की चार टीमों को भी बचाव कार्य के लिए भेज दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर चिंता जताई और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत की. प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, 'राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव दल हर संभव प्रयास में लगे हुए हैं. लोगों को सहायता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है.'


