दिल्ली-NCR में कोविड 19 के मामले आए सामने, गुरुग्राम और फरीदाबाद में तीन लोग पाए गए संक्रमित
हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोविड-19 के तीन नए मामले सामने आए हैं, जिनमें एक महिला, एक बुजुर्ग पुरुष और एक सिक्योरिटी गार्ड शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग ने सभी को आइसोलेशन में रखकर संपर्क ट्रेसिंग शुरू कर दी है. संक्रमण के वैरिएंट की जांच जारी है. केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. आम जनता से सावधानी बरतने और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने की अपील की गई है.

हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है. गुरुवार 22 मई को एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि गुरुग्राम में दो और फरीदाबाद में एक मरीज कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं.
गुरुग्राम में एक महिला और एक वरिष्ठ नागरिक संक्रमित
गुरुग्राम से सामने आए दो मामलों में पहला एक 31 वर्षीय महिला का है, जो हाल ही में मुंबई से लौटी थी. जांच के दौरान उसमें कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई. दूसरा मामला एक 62 वर्षीय पुरुष का है, जिसे किसी प्रकार का यात्रा इतिहास नहीं है. इसके बावजूद उनमें संक्रमण पाया गया, जो स्थानीय स्तर पर फैलाव की आशंका को जन्म देता है.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दोनों संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है और उनके स्वास्थ्य की नियमित निगरानी की जा रही है. डॉ. जेपी राजलीवाल, जो गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग से जुड़े हैं, ने बताया कि संक्रमित व्यक्तियों को उनके परिवार से अलग रखा गया है और उनके संपर्क में आए अन्य लोगों की पहचान की जा रही है ताकि उन्हें भी आवश्यक जांच और निगरानी में लिया जा सके.
फरीदाबाद में सिक्योरिटी गार्ड निकला पॉजिटिव
फरीदाबाद के पल्ला क्षेत्र के सेहतपुर निवासी 28 वर्षीय युवक, जो एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कार्यरत है, भी कोरोना संक्रमित पाया गया है. बताया गया है कि वह कई दिनों से बुखार, खांसी और जुकाम से पीड़ित था और इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल गया था. वहां जांच के बाद उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई.
जिला स्वास्थ्य विभाग ने सफदरजंग अस्पताल को पत्र भेजकर मरीज के गले से लिए गए नमूनों की जानकारी मांगी है, ताकि संक्रमण के वैरिएंट की पहचान की जा सके. फरीदाबाद के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामभगत ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह नया वैरिएंट है या नहीं. फिलहाल संक्रमित व्यक्ति और उसका परिवार स्वस्थ है, लेकिन उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है.
संक्रमण पर कड़ी निगरानी
देश में कोविड-19 और अन्य श्वसन संक्रामक रोगों की निगरानी के लिए एक मजबूत ढांचा पहले से मौजूद है. आईडीएसपी (एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम) और आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) जैसे संस्थान इस दिशा में लगातार निगरानी कर रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी स्थिति पर करीबी नजर रखने और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक सभी उपाय किए जाएं और किसी भी संभावित फैलाव को समय रहते रोका जाए. विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही फिलहाल यह स्थिति गंभीर न लगे, लेकिन सतर्कता बनाए रखना आवश्यक है.
लोगों से सावधानी बरतने को कहा
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि किसी भी बीमारी को रोकने के लिए सिर्फ सरकारी प्रयास पर्याप्त नहीं हैं. लोगों को भी चाहिए कि वे सावधानी और जागरूकता बरतें. यदि किसी में लक्षण दिखाई दें जैसे बुखार, खांसी या गले में खराश, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और भीड़-भाड़ से बचें.