Delhi Election Results: BJP या AAP? दिल्ली की सत्ता किसके नाम, आज सुबह 8 बजे से शुरू होगी मतगणना
Delhi Election Results: दिल्ली में सत्ता की जंग अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुकी है. आज वो दिन है जब यह तय होगा कि अगले पांच साल तक दिल्ली की सत्ता की कुर्सी किसके हाथों में होगी. पांच फरवरी को हुई वोटिंग के बाद से जनता और पार्टियों की निगाहें टिकी हुई थीं, और अब मतगणना शुरू हो चुकी है. हर सीट के नतीजों पर सभी की नजरें जमी हुई हैं.

Delhi Election Results: देश की राजधानी दिल्ली में आज बड़ा फैसला होने वाला है. पांच फरवरी को हुए मतदान के बाद अब जनता का जनादेश सामने आएगा. सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हो चुकी है, और उम्मीद है कि दोपहर बाद तक सभी 70 विधानसभा सीटों के नतीजे घोषित हो जाएंगे. मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (INC) के बीच है. एग्जिट पोल में भाजपा की जीत की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन असली तस्वीर तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे. क्या केजरीवाल की आम आदमी पार्टी फिर सत्ता में वापसी करेगी, या भाजपा दिल्ली में कमल खिलाएगी? इस सस्पेंस का अंत कुछ ही घंटों में होगा.
सख्त सुरक्षा के बीच मतगणना जारी
चुनाव आयोग ने दिल्ली के 11 जिलों में कुल 19 मतगणना केंद्र बनाए हैं. हर केंद्र पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं, ताकि मतगणना प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो. सभी 70 विधानसभा सीटों के वोटों की गिनती एक साथ शुरू हो चुकी है.
नई दिल्ली सीट पर हाई-प्रोफाइल मुकाबला
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है. यहां आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के संदीप दीक्षित और भाजपा के प्रवेश वर्मा के बीच सीधा मुकाबला है. वहीं, दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी का सामना भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से हो रहा है.
चुनाव आयोग और केजरीवाल के बीच विवाद
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के आरोपों का खंडन किया है. केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने विधानसभा क्षेत्रों के बूथ-वार मतदान डेटा उपलब्ध नहीं कराया है. इस पर चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि चुनाव संचालन नियम, 1961 का पूरी तरह पालन किया गया है.
फॉर्म 17C को लेकर उठे सवाल
चुनाव आयोग के मुताबिक, सभी पीठासीन अधिकारियों ने मतदान के दिन 5 फरवरी को मतदान केंद्र पर मौजूद प्रत्येक मतदान एजेंट को फॉर्म 17सी में दर्ज मतों का लेखा-जोखा सौंप दिया था. हालांकि, केजरीवाल का आरोप है कि चुनाव आयोग ने फॉर्म 17सी और प्रति बूथ डाले गए वोटों की संख्या अपलोड करने से इनकार कर दिया है. आम आदमी पार्टी ने अपनी वेबसाइट पर सभी फॉर्म 17सी अपलोड करने का दावा किया है.
अब देखना यह होगा कि मतगणना के नतीजे क्या बताते हैं. क्या आम आदमी पार्टी सत्ता में वापसी करेगी, या भाजपा दिल्ली में अपना परचम लहराएगी? इसका जवाब कुछ ही घंटों में मिलने वाला है.


