देश में फिर बढ़ा कोरोना! COVID-19 के हॉटस्पॉट में दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र शामिल
COVID-19: भारत में कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ रहे हैं, और केरल, महाराष्ट्र तथा दिल्ली जैसे प्रमुख हॉटस्पॉट राज्य इसकी चपेट में हैं. इन राज्यों में संक्रमण तेजी से फैलने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने नई एडवाइजरी जारी की है. लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है.

COVID-19: भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे सरकार और स्वास्थ्य अधिकारी सतर्क हो गए हैं. इस बार, COVID-19 के हॉटस्पॉट राज्य के रूप में दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं. केरल में अब भी देश भर में सबसे अधिक एक्टिव COVID-19 मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जबकि महाराष्ट्र और दिल्ली भी चिंताजनक स्थिति में हैं. इन राज्यों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है, और डॉक्टरों के लिए नई एडवाइजरी जारी की गई है.
आईएमए (भारतीय चिकित्सा संघ) कर्नाटका शाखा ने राज्य के डॉक्टरों को कोविड-19 नियंत्रण के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. इस एडवाइजरी में केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटका को हॉटस्पॉट राज्यों के रूप में चिन्हित किया गया है. वहीं, हाल ही में केरल में कोविड के मामलों में गंभीर वृद्धि देखी जा रही है, जिसके कारण राज्य सरकार ने कई एहतियात बरतने की तैयारी शुरू कर दी है.
केरल में COVID-19 के मामले बढ़े
केरल में कोविड-19 के एक्टिव मामले देश में सबसे अधिक हैं और यहां 40 प्रतिशत से भी ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. राज्य में 430 लोग COVID-19 पॉजिटिव पाए गए हैं, और मई 19 से अब तक 335 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान राज्य में दो कोरोना से संबंधित मौतों की भी रिपोर्ट की गई है.
दिल्ली और महाराष्ट्र में संक्रमण की स्थिति
केरल के बाद महाराष्ट्र और दिल्ली में भी कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. महाराष्ट्र में 210 नए मामले सामने आए हैं, जबकि दिल्ली में 104 नए केस रिपोर्ट हुए हैं. इसके अलावा, तमिलनाडु और गुजरात से भी हल्की बढ़ोतरी की जानकारी मिली है. देश में इस समय कुल 1,010 एक्टिव कोविड-19 मामले हैं.
तेलंगाना में बढ़ती कोरोना संक्रमण पर निगरानी
तेलंगाना में अधिकारियों को कोविड-19 मामलों के बढ़ने पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही लोगों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए जागरूक करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके अलावा, अधिकारियों को श्वसन रोगों और वेक्टर-बोर्न बीमारियों जैसे डेंगू और चिकनगुनिया पर भी ध्यान रखने को कहा गया है.
JN.1 वेरिएंट: खतरा और लक्षण
भारत में कोविड-19 के कई नए वेरिएंट्स की पहचान हुई है, जिनमें NB.1.8.1 और LF.7 जैसे ओमिक्रोन के उप-प्रकार भी शामिल हैं. हालांकि, JN.1 वेरिएंट अब भी सबसे प्रचलित है. अगर किसी को बुखार 102°F से अधिक तीन दिन से ज्यादा रहे, सांस लेने में दिक्कत हो, सीने में दर्द हो या ऑक्सीजन स्तर 94 प्रतिशत से नीचे चला जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
इस वेरिएंट के लक्षणों में शामिल हैं-
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भूख की कमी
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हल्का बुखार
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गले में खराश
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नाक बंद होना
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सूखा खांसी
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सिरदर्द
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थकान
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पेट से जुड़ी समस्याएं
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उल्टी
डॉक्टरों के लिए नई एडवाइजरी
इस समय डॉक्टर्स को विशेष एहतियात बरतने के लिए निर्देशित किया गया है. साथ ही मरीजों को पारासिटामोल और खांसी रोकने वाली दवाइयां स्टॉक करने की सलाह दी गई है. इससे संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी.
कोविड-19 के मामलों में वृद्धि ने स्वास्थ्य विभाग और सरकारी अधिकारियों को फिर से सतर्क कर दिया है. राज्य सरकारों को इस महामारी के नियंत्रण के लिए तेज कदम उठाने की जरूरत है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और देश की जनता सुरक्षित रह सके.


