score Card

AAP नेता सत्येंद्र जैन को CBI केस में क्लीन चिट, कोर्ट ने स्वीकार की क्लोजर रिपोर्ट

सतेंद्र जैन पर लगाए गए झूठे आरोपों में CBI ने चार साल की जांच के बाद कोई गड़बड़ी नहीं पाई. कोर्ट ने साफ किया कि न तो भ्रष्टाचार हुआ और न कोई साजिश थी. यह मामला बीजेपी द्वारा विपक्ष को दबाने और जांच एजेंसियों का राजनीतिक इस्तेमाल दिखाता है. सतेंद्र जैन की बेबुनियाद प्रताड़ना के बावजूद उन्होंने जनता के लिए काम करना जारी रखा. यह फैसला लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण संदेश है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

दिल्ली की राजनीति में विकास और पारदर्शिता की नई पहचान बनाने वाले सतेंद्र जैन को झूठे आरोपों के जाल में फंसाया गया. 2019 में दर्ज की गई एफआईआर के बाद पूरे देश में राजनीतिक माहौल गरमाया. बीजेपी और उसकी जांच एजेंसियों ने इस मामले को मीडिया ट्रायल बनाकर आम आदमी पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की.

चार साल की CBI जांच में सामने आई सच्चाई

चार साल लंबी CBI जांच और सैकड़ों दस्तावेजों की पड़ताल के बाद कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई भ्रष्टाचार, व्यक्तिगत लाभ या साजिश नहीं हुई. यह फैसला न केवल सतेंद्र जैन की बेगुनाही साबित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया.

दिल्ली सरकार के प्रोजेक्ट्स पर लगे आरोप भी फर्जी

दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लिनिक, स्मार्ट स्कूल, अस्पताल और सड़क डिज़ाइन जैसे सफल प्रोजेक्ट्स को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाए गए. CBI ने माना कि PWD में विशेषज्ञों की कमी थी, लेकिन IIT, IIM और SPA जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से विशेषज्ञों को शामिल किया गया. टेंडर प्रक्रिया पारदर्शिता से हुई और कोई आर्थिक गड़बड़ी नहीं मिली.

जांच एजेंसियों का दुरुपयोग
केंद्र सरकार ने इन प्रोजेक्ट्स को रोकने के लिए ED और CBI जैसी एजेंसियों को आम आदमी पार्टी के खिलाफ इस्तेमाल किया. सतेंद्र जैन को जेल में डालकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई और मीडिया में उनके खिलाफ गलत खबरें फैलायी गईं.

कोर्ट का फैसला और अब उठते सवाल
अब जब कोर्ट ने CBI की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार कर ली है, तो सवाल उठता है कि क्या बीजेपी और उसकी एजेंसियां माफी मांगेगी? क्या वे मानेंगी कि सतेंद्र जैन को राजनीतिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी? क्या कोई जवाबदेही तय होगी?

राजनीतिक माहौल पर असर
यह मामला साफ करता है कि बीजेपी का मुख्य लक्ष्य विपक्ष को बदनाम करना और फर्जी मामलों के जरिए नेताओं को दबाना है. आम आदमी पार्टी के नेता जनता के लिए काम करते हैं और भ्रष्टाचार उजागर करते हैं, इसलिए उन पर लगातार हमले होते हैं.

सतेंद्र जैन का संघर्ष और लोकतंत्र की जीत
सतेंद्र जैन ने राजनीतिक दबावों के बावजूद जनता की सेवा जारी रखी. कोर्ट का यह फैसला आम आदमी पार्टी और पूरे देश के लोकतंत्र के लिए एक बड़ा संदेश है कि सत्य को दबाया नहीं जा सकता. यह न्याय की जीत है और दिखाती है कि लोकतंत्र में सच हमेशा सामने आता है.

calender
04 August 2025, 06:05 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag