जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मुठभेड़, दो आतंकी ढेर, इलाके में तनाव बरकरार
13 अप्रैल को शोपियां के जिनपाथर केलर इलाके में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मार गिराए गए. इनमें दो की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में हुई है. यह मुठभेड़ आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता थी.

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार सुबह से जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है. यह मुठभेड़ सुबह करीब 7 बजे शुरू हुई, जब सेना की 11 राष्ट्रीय राइफल्स (11RR), 2 पैरा स्पेशल फोर्स, 7वीं असम राइफल्स और किश्तवाड़ एसओजी की संयुक्त टीम सिंघपोरा छत्रू के जंगलों में तलाशी अभियान पर निकली. तलाशी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में मुठभेड़ शुरू हो गई.
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, मुठभेड़ स्थल पर तीन से चार आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. इनमें से एक की पहचान कुख्यात आतंकी सैफुल्लाह के रूप में की गई है. मुठभेड़ अभी भी जारी है और अन्य आतंकियों को पकड़ने के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. सभी मुख्य मार्गों को सील कर दिया गया है ताकि आतंकी भाग न सकें.
किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को किया ढेर
यह मुठभेड़ पिछले कुछ हफ्तों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है. एक सप्ताह पहले पुलवामा जिले के त्राल इलाके के नादिर गांव में सुरक्षाबलों ने तीन जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों को मार गिराया था. इन आतंकियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई थी, जो पुलवामा के ही निवासी थे.
दो सप्ताह में 8 आतंकवादियों को मार गिराया
इसके अलावा, 13 अप्रैल को शोपियां के जिनपाथर केलर इलाके में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया गया था. इनमें से दो की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में हुई. 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहल्गाम में हुए घातक आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है. इस हमले ने पूरे क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ अभियान को तेज कर दिया. सुरक्षाबलों ने आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए कई बड़े ऑपरेशन चलाए हैं.
आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए आतंकियों से जुड़े लोगों की संपत्तियों को ध्वस्त करना भी शुरू कर दिया है. यह कार्रवाई आतंकवाद को जड़ से खत्म करने और किसी को भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने से पहले सोचने के लिए प्रेरित करने के मकसद से की जा रही है. ऐसे कड़े कदमों से क्षेत्र में शांति बहाल करने और आतंकवाद को कम करने की उम्मीद जताई जा रही है.


