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चंडीगढ़ में लॉरेंस के करीबी पैरी का एनकाउंटर-स्टाइल में मर्डर, गैंगवार का साया और पुलिस की रातभर नाकाबंदी

चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में सोमवार शाम हुए पैरी हत्याकांड ने पूरे शहर में दहशत फैला दी। गैंगस्टर लिंक वाले इंद्रप्रीत उर्फ पैरी को कार रोककर गोलियों से छलनी कर दिया गया।

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

New Delhi: सोमवार करीब साढ़े छह बजे पैरी अपनी कार लेकर घर से जिम के लिए निकला था और टिंबर मार्केट पहुंचते ही पीछे से आई क्रेटा कार ने उसे ओवरटेक कर रास्ता रोक दिया। कार पूरी तरह रुकते ही दूसरी कार में बैठे हमलावरों ने उसकी ड्राइवर सीट पर लगातार फायरिंग शुरू कर दी, जिससे वह कुछ समझ ही नहीं पाया। वारदात इतनी तेजी से हुई कि पैरी मौके पर ही बुरी तरह घायल होकर गिर पड़ा और कार के अंदर खून फैल गया। यह हमला बिल्कुल प्लांड, नज़दीक से और बेहद घातक अंदाज में किया गया था। लोग गोलियों की आवाज सुनते ही दौड़े लेकिन हमलावर कुछ सेकंड में भाग निकले।

क्यों भाग निकले आरोपी कुछ ही सेकंड में?

फायरिंग होते ही आसपास की दुकानों के लोग बाहर निकले लेकिन हमलावरों ने भीड़ देखते ही अपनी क्रेटा तेजी से मोड़ी और सेक्टर-26 की सड़कें काटते हुए फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने जैसे-तैसे कार का दरवाजा खोला तो पैरी खून से लथपथ पड़ा मिला और तुरंत पुलिस को फोन किया गया। उसे गंभीर हालत में PGI पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने काफी कोशिश की लेकिन शरीर में लगी कई गोलियों ने उसे बचने का मौका नहीं दिया। अस्पताल ने उसे मृत घोषित किया और खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई।

क्यों सील किए गए शहर के सभी एंट्री पॉइंट?

हत्या की सूचना मिलते ही सेक्टर-26 थाना पुलिस, फॉरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच मौके पर पहुंची और कार से गोलियों के कई खोल, रक्त के नमूने और प्रोजेक्टाइल बरामद किए। वरिष्ठ अधिकारियों ने तुरंत चंडीगढ़ के सभी प्रवेश द्वार बंद करने और चेकिंग तेज करने के आदेश दिए। पुलिस रातभर सड़कें, टोल पॉइंट और बार्डर पर नाकाबंदी करती रही। तकनीकी सर्विलांस टीम ने इलाके के कैमरे खंगालने शुरू कर दिए हैं ताकि हमलावरों की गाड़ी, नंबर प्लेट और रास्ते की पहचान की जा सके।

कौन था पैरी और क्यों था निशाने पर?

इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी का नाम लंबे समय से अपराधी गतिविधियों में रहा है और उस पर कुल 12 मामले दर्ज हैं। वह हाल ही में जमानत पर बाहर आया था और पुलिस उसकी हर गतिविधि पर नजर रखे हुए थी। पैरी का परिवार पुलिस बैकग्राउंड से है — पिता रिटायर्ड इंस्पेक्टर और भाई पंजाब पुलिस में कांस्टेबल। जांच में सामने आया है कि पैरी के लिंक लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, जग्गू भगवानपुरिया और संपत नेहरा जैसे कुख्यात गैंगस्टरों से रहे हैं, जिससे उसके दुश्मनी के दायरे भी काफी बड़े थे।

क्या यह बंबीहा बनाम लॉरेंस गैंगवार का नया अध्याय है?

पुलिस शुरुआती जांच में इसे संभावित गैंगवार से जोड़कर देख रही है क्योंकि बंबीहा ग्रुप और लॉरेंस गैंग के बीच पुरानी रंजिश बार-बार सामने आती रही है। अधिकारियों का मानना है कि यह हमला पुराने विवादों का बदला भी हो सकता है। कई बार पहले भी इन गैंगों ने एक-दूसरे के लोगों को निशाना बनाया है, और पैरी की हत्या उसी कड़ी में एक बड़ा वार हो सकता है।

क्या पुलिस जल्द हत्यारों तक पहुंच पाएगी?

फिलहाल पुलिस तकनीकी सर्विलांस, मोबाइल लोकेशन, गवाहों के बयान और क्राइम पैटर्न के आधार पर हमलावरों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। शहर भले ही शांत दिख रहा हो, लेकिन पुलिस दावा कर रही है कि हत्यारों की पहचान जल्द होगी। कई टीमें पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर भी भेजी गई हैं ताकि शक के वाहनों की ट्रैकिंग हो सके। अधिकारी कहते हैं कि यह हमला जितना तेज था, उसकी तैयारी उतनी ही लंबी रही होगी और इसी कड़ी से जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

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01 December 2025, 11:26 PM IST

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