ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई, 4 दिन में तोड़ी आतंकवाद की कमर!
India Pakistan tensions: भारत द्वारा 7 मई को शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर चार दिनों तक चला. इस जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया और सीमा पार आतंकी ढांचे को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया.

India Pakistan tensions: भारत और पाकिस्तान के बीच बीते दिनों में सैन्य तनाव अपने चरम पर पहुंच गया. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंक के अड्डों पर सटीक और जबरदस्त प्रहार किए. यह ऑपरेशन 7 मई की सुबह प्रारंभ हुआ और 10 मई तक भारतीय वायुसेना और थलसेना ने पाकिस्तान में कई रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाकर व्यापक नुकसान पहुंचाया. अमेरिका की मध्यस्थता से संघर्षविराम लागू किया गया, जिसने फिलहाल दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच टकराव को टाल दिया है.
यह ऑपरेशन उस समय शुरू किया गया जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई. इसके जवाब में भारत ने आतंकियों और उनके संरक्षकों पर जोरदार कार्रवाई की. भारत द्वारा शुरू की गई सैन्य कार्यवाही ने पाकिस्तान को बुरी तरह हिला कर रख दिया.
9 आतंकी अड्डे तबाह
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत भारत ने 7 मई की सुबह की, जिसमें पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को 26 मिनट के भीतर ध्वस्त कर दिया गया. इस दौरान करीब 100 आतंकवादी मारे गए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों को जानकारी देते हुए यह आँकड़ा साझा किया. सभी टारगेट्स पूर्व खुफिया इनपुट्स और उनके आतंकी गतिविधियों के रिकॉर्ड के आधार पर चुने गए थे.
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई फेल
भारत के हमलों से घबराया पाकिस्तान हड़बड़ी में जवाबी हमले की योजना बना बैठा, लेकिन भारतीय वायुसेना और थलसेना की तैयारी के आगे उसकी अधिकांश कोशिशें नाकाम रहीं. एक अधिकारी ने बताया, "हमने उनके आतंकी ढांचे को चकनाचूर कर दिया, उनकी एयर डिफेंस प्रणाली और कई एयरबेस को निशाना बनाया. चार दिनों तक भारतीय सेना ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, जबकि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई ज्यादा असर नहीं छोड़ सकी."
भारत की सटीक सैन्य कार्रवाई में इस्तेमाल हुए अत्याधुनिक हथियार
ऑपरेशन में भारत ने राफेल से दागी गई स्काल्प क्रूज मिसाइल, हैमर स्मार्ट वेपन, गाइडेड बम किट्स, एम777 हॉवित्ज़र तोपें और कामिकाज़े ड्रोन का प्रयोग किया. इन हमलों से पाकिस्तान बुरी तरह से असंतुलित हो गया. पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों में मिसाइल और ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम से उन्हें नाकाम कर दिया.
भारतीय रक्षा प्रणाली ने ढाल बनकर रोका हर खतरा
भारत ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों से निपटने के लिए S-400 ट्रायंफ, आकाश मिसाइल, बराक-8 और कई एंटी-ड्रोन सिस्टम का प्रयोग किया. इन सभी को एकीकृत रडार नेटवर्क और कमांड कंट्रोल सिस्टम के साथ जोड़ा गया था, जिससे समय पर खतरों की पहचान कर उनका मुकाबला किया जा सका.
भारतीय जवाबी हमलों ने उड़ाए होश
8-9 मई की रात पाकिस्तान ने 300-400 तुर्की ड्रोन से 36 जगहों पर हमला किया, जिनमें से अधिकांश को भारत ने मार गिराया. जवाब में भारत ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस साइट्स पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया. 10 मई को भारत ने रफीकी, मुरिद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर, चुनियान, पसूर और सियालकोट में आठ पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमला किया.
पाकिस्तानी वायुसेना को भारी नुकसान
भारतीय वायुसेना के हमलों से पाकिस्तान के स्कार्दू, सर्गोधा, जैकबाबाद और भोलारी एयरबेस को भारी क्षति पहुंची. विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, "पाकिस्तान को अपने वायु रक्षा हथियारों और रडार प्रणालियों की भारी क्षति झेलनी पड़ी है, जिससे उसकी एयरस्पेस सुरक्षा प्रणाली लगभग ध्वस्त हो गई है." उन्होंने आगे बताया कि एलओसी के उस पार सैन्य ठिकानों, कंट्रोल सेंटर्स और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाकर पाकिस्तान की रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताओं को पूरी तरह से पंगु कर दिया गया है.


