भारत का पाकिस्तान को सख्त संदेश: शिमला समझौते का खात्मा, एलओसी भी होगी खत्म
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए रक्षा कदमों के जवाब में आक्रामक पाकिस्तान ने गुरुवार को 1972 के शिमला समझौते को निलंबित कर दिया. भारत ने अब चेतावनी दी है कि अगर शिमला समझौता खत्म हुआ तो सारे दांव बेकार हो जाएंगे.

भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव और बढ़ गया है, खासकर पहलगाम आतंकी हमले के बाद. पाकिस्तान ने 1972 के शिमला समझौते को निलंबित कर दिया है, जिसके बाद नियंत्रण रेखा (एलओसी) की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं. पाकिस्तान का कहना है कि अब एलओसी अस्तित्व में नहीं है, और भारत इसे पार कर सकता है.
1971 के युद्ध के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शिमला समझौता हुआ था, जिसमें दोनों देशों ने संघर्ष और टकराव को समाप्त करने की बात की थी. अब पाकिस्तान ने इस समझौते को स्थगित कर दिया है, और इसके साथ ही परमाणु हमलों और बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण पर किए गए समझौतों को भी खत्म कर दिया है. इससे पाकिस्तान ने पूरी दुनिया को परमाणु विनाश की धमकी दी है.
भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी
इसके अलावा, पाकिस्तान ने भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को कुछ वीजा प्रतिबंधों से राहत देने का फैसला लिया है, जिसे भारत ने सांप्रदायिक आधार पर बंटवारे की कोशिश कहा है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं. इसमें अटारी-वाघा सीमा को बंद करना, सिंधु जल समझौते को निलंबित करना, और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना शामिल है. भारत ने उन्हें 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है.
शिमला समझौते का असर
पिछले महीने पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर हिंदू थे. इस हमले के बाद से भारत ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लिया है. भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है और क्षेत्र में आतंकवादी नेटवर्क पर हमला तेज कर दिया है.


