ट्रंप के सत्ता संभालने पर बेहतर होंगे भारत-अमेरिका के बीच संबध! जयशंकर ने कहा 'प्रशासन की रिश्ते को आगे बढ़ाने में दिलचस्पी'
India US Relations: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में भाग लिया. उन्होंने भारत-अमेरिका रिश्तों को नई दिशा देने के संकेत दिए. जयशंकर ने इस अवसर पर ट्रंप प्रशासन की द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने में गहरी रुचि जताई. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग को और प्रगति मिल सकती है.

India US Relations: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में भाग लेकर एक नई राजनीतिक शुरुआत की है. अमेरिका सरकार के निमंत्रण पर आयोजित इस कार्यक्रम में जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया और संबंधों को आगे बढ़ाने के संकेत दिए. उनके अनुसार, नए ट्रंप प्रशासन की भारत-अमेरिका रिश्तों को नया मोड़ देने में गहरी रुचि है.
जयशंकर ने यह भी बताया कि भारत और अमेरिका के रिश्तों में प्रगति की संभावना साफ दिखाई देती है. विदेश मंत्री ने ट्रंप प्रशासन के मंत्रियों से हुई मुलाकातों को महत्वपूर्ण बताया और उनके अनुसार यह बहुत स्पष्ट था कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता दी जा रही है.
ट्रंप प्रशासन के साथ मजबूत रिश्ते बनाने की दिशा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "स्पष्ट रूप से रिश्ते को आगे बढ़ाने में रुचि है. अब इसका सटीक मैकेनिज्म, जब भी हमारे पास आपको बताने के लिए कुछ होगा तो हमें आपके साथ साझा करने में खुशी होगी." उनका यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया दौर शुरू हो सकता है.
जयशंकर (70) ने बताया कि उन्हें पिछले तीन दिनों में ट्रंप प्रशासन के लगभग आधे दर्जन कैबिनेट मंत्रियों से मिलने का अवसर मिला. उन्होंने इस दौरान अमेरिका में भारत की उपस्थिति को लेकर सकारात्मक संकेत दिए. उनके अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच पहले ही कई बार संवाद हो चुका है, जो रिश्ते को और प्रगति की ओर ले जा सकता है.
भारत-अमेरिका क्वाड बैठक में मिली नई दिशा
जयशंकर ने ट्रंप प्रशासन की पहली क्वाड मंत्रिस्तरीय बैठक में भी भाग लिया. इस बैठक में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की. जयशंकर ने कहा, "यह बहुत स्पष्ट था कि ट्रंप प्रशासन उद्घाटन समारोह में भारत की उपस्थिति के लिए उत्सुक था और वे द्विपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता दे रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही कई पहल की थी, और हमें यह देखा कि रिश्ते कई मायनों में परिपक्व हो चुके हैं." जयशंकर का यह बयान इस बात को उजागर करता है कि भारत और अमेरिका के रिश्तों में स्थिरता और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं.
द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने का दृढ़ संकल्प
विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि दोनों देशों के रिश्ते मजबूत और स्थिर हो रहे हैं. जयशंकर का मानना है कि ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत को दी गई प्राथमिकता और उनकी पहल से यह संबंध और मजबूत हो सकते हैं. उन्होंने कहा, "हमने देखा कि ट्रंप प्रशासन ने भारत को बहुत महत्व दिया है, और यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे."


