Indian Air Force की ताकत होगी दोगुनी, केंद्र ने 97 स्वदेशी लड़ाकू विमानों की खरीद को दी मंजूरी
भारत सरकार ने 97 नए स्वदेशी लड़ाकू विमान LCA Mark 1A की खरीद को मंजूरी दी है, जिससे वायुसेना की ताकत बढ़ेगी और मेक इन इंडिया को मजबूती मिलेगी. यह ऑर्डर HAL को मिलेगा और पुराने MiG-21 विमानों की जगह लेगा. इस विमान में 65% से अधिक स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल हुआ है, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अहम कदम है.

LCA Mark 1A Fighter Jets:: प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मजबूती देने वाली एक ऐतिहासिक घोषणा हुई है. भारत सरकार ने मंगलवार को 97 नए LCA Mark 1A (LCA Mark 1A) लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है. इस फैसले से भारतीय वायुसेना को बड़ी ताकत मिलेगी और स्वदेशी रक्षा उत्पादन को नया जीवन.
HAL को मिलेगा बड़ा ऑर्डर
MiG-21 को कहेंगे अलविदा
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, यह कार्यक्रम विशेष रूप से उन पुराने मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह लेने के लिए तैयार किया गया है, जिन्हें अब वायुसेना से पूरी तरह से हटाया जा रहा है. आने वाले कुछ हफ्तों में MiG-21 का पूरी तरह से रिटायरमेंट हो जाएगा.
PM मोदी का व्यक्तिगत समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी ने HAL और स्वदेशी रक्षा उत्पादन को लेकर लगातार समर्थन जताया है. उन्होंने न केवल स्वदेशी लड़ाकू विमान कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया है, बल्कि खुद भी ट्रेनर वर्जन में उड़ान भरकर इसका भरोसा जताया है. यह पहली बार था जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने लड़ाकू विमान में उड़ान भरी हो.
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूत कदम
एलसीए मार्क 1A में पुराने वर्जन की तुलना में ज्यादा उन्नत एवियोनिक्स और रडार तकनीक है. इसके साथ ही, इसका 65% से अधिक हिस्सा भारत में निर्मित है, जिससे यह आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के विजन को और मजबूत करता है. यह सिर्फ एक रक्षा सौदा नहीं, बल्कि देश की एयरोस्पेस तकनीक में आत्मनिर्भरता की प्रतीक बन गई है.
भविष्य की योजनाएं भी तय
सरकार आने वाले समय में 200 से अधिक LCA Mark 2 और पांचवीं पीढ़ी के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) के ऑर्डर भी HAL को देने की योजना बना रही है. इससे ना सिर्फ रक्षा क्षेत्र में तकनीकी क्षमता बढ़ेगी, बल्कि देशभर की छोटे और मझोले उद्यमों को भी बड़ा आर्थिक लाभ होगा.


