जया बच्चन की टिप्पणी से सियासत में भूकंप, बोली-देश में सबसे दूषित जल महाकुंभ का
इससे पहले पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ भगदड़ की घटना को लेकर आज लोकसभा में केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि महाकुंभ भगदड़ में मरने वालों की जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है और सरकार मौतों की संख्या का आंकड़ा क्यों छिपा रही है। डेटा क्यों छुपाया और हटाया जा रहा है?

समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने महाकुंभ को लेकर ऐसी टिप्पणी की है, जिससे राजनीतिक बवाल मच गया है। संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए जया बच्चन ने कहा कि देश में सबसे प्रदूषित पानी कुंभ का है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ त्रासदी के बाद शवों को गंगा नदी में फेंक दिया गया। यह पानी लोगों तक पहुंच रहा है लेकिन कोई इसे साफ नहीं कर रहा है। देश के सामने मौजूद वास्तविक मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
इस देश में कमज़ोरों को कोई नहीं पूछता
सांसद ने आगे कहा कि महाकुंभ में लोगों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। इस देश में कमज़ोरों को कोई नहीं पूछता। उन्हें कोई वीआईपी सुविधा नहीं मिलती। वीआईपी लोग आते हैं, नहाते हैं और चले जाते हैं। उन्हें विशेष उपचार दिया जाता है। महाकुंभ में आम आदमी के लिए कोई मदद नहीं है। राज्य और केंद्र सरकार को सदन को बताना चाहिए कि कुंभ में क्या हुआ।
जया बच्चन के बयान पर कई आपत्तियां जताई
विश्व हिंदू परिषद ने जया बच्चन के बयान पर कई आपत्तियां जताई हैं। विहिप के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि झूठे बयानों से सनसनी फैलाने के लिए जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ आस्था और भक्ति का आधार है। जहाँ धर्म, कर्म और मोक्ष मिलते हैं।