वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर लैंडस्लाइड का कहर, 33 लोगों की मौत 22 ट्रेनें रद्द
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी धाम की ओर जाने वाले पवित्र मार्ग पर भारी बारिश ने कहर बरपाया. अचानक हुए भूस्खलन ने तीर्थयात्रियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी. इस दुखद हादसे में 33 श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गए. यह घटना अधक्वारी के पास हुई, जिसने यात्रा मार्ग को पूरी तरह प्रभावित कर दिया. सेना और प्रशासन ने तुरंत मोर्चा संभाला और राहत-बचाव कार्य में दिन-रात जुट गए हैं.

Jammu Kashmir Landslide: जम्मू-कश्मीर में हो रही लगातार भारी बारिश से स्थिति गंभीर हो गई है. बुधवार को कटरा स्थित माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर एक बड़े भूस्खलन के कारण कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई, और 23 अन्य लोग घायल हो गए हैं. भूस्खलन के कारण जम्मू-कटरा राजमार्ग बंद हो गया है और मलबा गिरने से यात्रियों की आवाजाही भी प्रभावित हो गई है. इस बीच, नॉर्दर्न रेलवे ने 22 ट्रेनें रद्द कर दीं और 27 को शॉर्ट-टर्मिनेट किया. जिनमें वैष्णो देवी बेस कैंप से चलने वाली 9 ट्रेनें भी शामिल हैं.
साथ ही, त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित मंदिर के मार्ग का एक बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है. स्थानीय प्रशासन और बचाव दल के कर्मचारियों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया है. हालांकि मलबे में और लोग फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. भारी बारिश ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति को और जटिल बना दिया है.
भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान
जम्मू में मंगलवार को हुई 22 सेंटीमीटर बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ और जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. इस वजह से 3,500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. राहत कार्यों में जिला प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना और स्थानीय स्वयंसेवकों की टीमें शामिल हैं. प्रभावित लोगों को अस्थायी शेल्टरों में खाना, साफ पानी और चिकित्सा सहायता दी जा रही है.
रेल यातायात प्रभावित, 22 ट्रेनें रद्द
जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के कारण नॉर्दर्न रेलवे ने बुधवार को 22 ट्रेनें रद्द कर दीं और 27 अन्य को शॉर्ट-टर्मिनेट किया. इनमें वैष्णो देवी बेस कैंप से चलने वाली 9 ट्रेनें भी शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, चक्की नदी में बाढ़ आने से पठानकोट-कंदरोरी के बीच रेल यातायात भी रोक दिया गया है.
क्षेत्रीय हालात और मौसम की भविष्यवाणी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश की वजह से बादल 12 किलोमीटर तक ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, जो कि बेहद सक्रिय तूफानों का संकेत है. यह सिस्टम अब पूर्वोत्तर की ओर बढ़ रहा है और पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश जारी रहने की संभावना है. जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश हो रही है. सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके हैं- जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोता, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल, कठुआ और ऊधमपुर.
जम्मू-कश्मीर के अन्य प्रभावित इलाके
वहीं रियासी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल और बनिहाल जैसे इलाकों में हल्की बारिश हो रही है. प्रशासन का फोकस हाई-रिस्क इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है. इसके साथ ही, कई इलाकों में टेलीकॉम सेवा भी ठप हो गई है, जिससे लाखों लोग संपर्क से बाहर हैं.


