इंदौर के राजा की मेघालय में बेरहमी से हत्या, सिर पर मिले दो धारदार घाव, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की मेघालय हनीमून ट्रिप एक खौफनाक हत्याकांड में बदल गई. राजा का शव शिलॉन्ग के जंगल में मिला, जिसके सिर पर दो गंभीर धारदार चोटों के निशान पाए गए. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि हुई. इस मामले में सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.

इंदौर निवासी राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून मनाने मेघालय के हिल एरिया में गए थे. लेकिन ये सुहाना सफर कुछ ही दिनों में एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड में बदल गया. बीते दिनों जंगल में राजा का शव मिलने के बाद से ही यह मामला चर्चा में था. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि करते हुए इस रहस्य से पर्दा उठा दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक राजा के सिर पर दो गंभीर धारदार घाव मिले हैं, एक आगे से और एक पीछे से, जिससे साफ है कि उसे बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारा गया.
जंगल में मिला था राजा का शव
राजा और सोनम के शिलॉन्ग से लापता होने की खबर के बाद पुलिस ने जब सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो राजा का शव एक सुनसान जंगल में बरामद हुआ. उस वक्त तक यह मामला एक रहस्यमयी लापता केस माना जा रहा था. लेकिन जब शव मिला, तो पुलिस को गड़बड़ी की आशंका हुई और जांच की दिशा बदल दी गई.
पोस्टमार्टम में खुली हत्या की कहानी
राजा की शव परीक्षण रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसके सिर पर दो प्रमुख और गहरे जख्म थे, एक माथे की ओर और एक सिर के पिछले हिस्से में. इसके अलावा शरीर पर कई अन्य धारदार हथियारों के निशान भी मिले हैं. इससे यह स्पष्ट होता है कि हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी.
पत्नी सोनम ने खुद किया सरेंडर
इस केस में सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के पास खुद पहुंची और आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझाई और अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच में सामने आया कि सोनम के प्रेमी राज कुशवाहा ने इस हत्या में साथ दिया और पूरे हनीमून को हत्या का जाल बना दिया गया.
एक सुनियोजित साजिश थी यह
जांच अधिकारियों के अनुसार, यह हत्या कोई तात्कालिक गुस्से का नतीजा नहीं थी, बल्कि इसकी प्लानिंग पहले से की गई थी. सोनम और उसके प्रेमी ने पहले हनीमून की योजना बनाई, फिर मेघालय में ऐसी जगह का चयन किया जो दूर-दराज और सुनसान हो. वहां जाकर राजा की बेरहमी से हत्या की गई और शव को जंगल में फेंक दिया गया.