काश मैं भी मर जाता...भारतीय सेना की स्ट्राइक में परिवार के 14 लोगों की मौत से टूटा आतंकी सरगना, फूट-फूटकर रोया मसूद अजहर
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के घर पर एयरस्ट्राइक की, जिसमें उसके परिवार के 14 सदस्य मारे गए. यह हमला भारत की सीमा से करीब 100 किलोमीटर दूर हुआ. मरने वालों में मसूद अजहर की बहन और अन्य करीबी रिश्तेदार शामिल हैं.

भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह अपने नागरिकों पर हुए हमले को कभी नहीं भूलता. पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक एयरस्ट्राइक की. इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के पूरे परिवार के मारे जाने की खबर सामने आई है. सेना ने यह कार्रवाई 1 बजकर 5 मिनट से लेकर 1 बजकर 30 मिनट के बीच अंजाम दी.
भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जवाब में पाकिस्तान की सरजमीं पर बैठे आतंकी मसूद अजहर को करारा झटका लगा है. पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस एयरस्ट्राइक में मसूद अजहर के घर को निशाना बनाया गया, जिसमें उसके भाई, बहन सहित पूरे परिवार के 14 सदस्य मारे गए.
9 आतंकी ठिकानों पर हमला
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इनमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद, बरनाला और सियालकोट के आतंकी कैंप शामिल हैं. उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई खुफिया एजेंसियों से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर की गई. भारत ने साफ संदेश दे दिया है कि आतंक फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने क्या बताया?
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि मुजफ्फराबाद में लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर, बरनाला कैंप और सियालकोट के महमूना कैंप को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. इन ठिकानों से आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी और भारत के खिलाफ हमलों की साजिशें रची जाती थीं. अब इन जगहों का नामोनिशान मिटा दिया गया है.
परिवार की मौत पर फूट-फूटकर रोया मसूद अजहर
परिवार की मौत के बाद जैश-ए-मोहम्मद का सरगना फूट-फूटकर रोया और एक बयान जारी कर कहा, “काश मैं भी मर जाता.”उसने कहा कि उसके जीवन का मकसद ही खत्म हो गया है और अब उसे भी जीने की कोई वजह नजर नहीं आती. भारत के इस हमले ने न सिर्फ आतंक के एक बड़े नेटवर्क को तबाह कर दिया, बल्कि उसके सरगना को मानसिक रूप से भी तोड़ दिया है. यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले का बदला मानी जा रही है, जिसमें मासूम पर्यटकों की जान गई थी.
विदेश सचिव बोले – पहलगाम हमला था कायराना
ब्रीफिंग की शुरुआत में 2001 के संसद हमले से लेकर 2008 के मुंबई हमले, उरी, पुलवामा और पहलगाम हमले की क्लिपिंग दिखाई गई. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पहलगाम पर हमला कायरता की मिसाल है, जो जम्मू-कश्मीर की शांति को बिगाड़ने की कोशिश थी.
कौन है मसूद अजहर?
आपको बता दें कि मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है और भारत के खिलाफ कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है. 1999 में IC-814 विमान के हाइजैक के बाद उसे भारत सरकार को छोड़ना पड़ा था. इसके बाद उसने जेईएम बनाया और भारत में आतंक फैलाने लगा. अब खबर है कि उसका पूरा परिवार ऑपरेशन सिंदूर में मारा जा चुका है.


