'देश की महिलाओं से...', बिहार चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस के सहयोगी दलों ने दी प्रतिक्रिया
बिहार चुनाव के नतीजों के बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं. वहीं, कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है.

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. बिहार में एनडीए ने दमदार वापसी की है. विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 200 का आंकड़ा पार किया, तो महागठबंधन 35 सीट पर ही सिमट गया. नतीजों के बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं. वहीं, कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों ने नतीजों पर क्या बोला है? आइए जानते है...
राहुल गांधी ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं बिहार के उन करोड़ों मतदाताओं का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने महागठबंधन पर अपना विश्वास जताया. बिहार का यह परिणाम वाकई चौंकाने वाला है. हम एक ऐसे चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सके, जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था. यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की है. कांग्रेस पार्टी और INDIA गठबंधन इस परिणाम की गहराई से समीक्षा करेंगे और लोकतंत्र को बचाने के अपने प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाएंगे.
'धनबल से धांधली कराई'
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सत्ता, सिस्टम, एजेंसी के सहयोग और धनबल से धाँधली तो करवाया जा सकता है. पर जनादेश तो आज भी RJD के पक्ष में समस्त बिहार में सर्वाधिक मत तो राजद को ही प्राप्त हुए हैं.
एनडीए की जीत पर बधाई
NCP शरद गुट) नेता सुप्रिया सुले ने बिहार में एनडीए की जीत पर बधाई दी. 'जो जीता वही सिकंदर'. मैं नीतीश कुमार को उनकी शानदार जीत के लिए बधाई देती हूं. हम अपनी हार का विश्लेषण करेंगे. उन्होंने सत्तारूढ़ गठबंधन को मिले स्पष्ट जनादेश को स्वीकार किया.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दी बधाई
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि नीतीश कुमार को निर्णायक जीत और तेजस्वी यादव को उनके "अथक अभियान" के लिए बधाई दी. स्टालिन ने साथ ही निर्वाचन आयोग की आलोचना करते हुए कहा कि इस चुनाव के नतीजे उसके 'कुकृत्यों' को छिपा नहीं सकते. उन्होंने आगे कहा कि चुनाव परिणाम कल्याणकारी योजनाओं, सामाजिक और वैचारिक गठबंधनों, स्पष्ट राजनीतिक संदेश और अंतिम मतदान तक समर्पित प्रबंधन को दर्शाते हैं. #INDIA ब्लॉक के नेता अनुभवी राजनेता हैं, जो संदेश को समझने और उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतिक योजना बनाने में सक्षम हैं.
प्रियंका चतुर्वेदी ने दिया सुझाव
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट लिखकर सुझाव दिया कि देश की महिलाओं पर ज़्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए. प्रियंका चतुर्वेदी एक और पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने एक समाचार लेख साझा किया, जिसका शीर्षक था: "बिहार की महिलाओं ने तोड़े रिकॉर्ड, पुरुषों से 8.8 प्रतिशत ज़्यादा मतदान. उन्होंने लिखा कि प्रिय विपक्षी नेताओं, अनचाही सलाह... देश की महिलाओं से बात करें, उनके बिना कोई विकल्प नहीं हो सकता.


