रेल नहीं रील कहिए..! ट्रेन हादसों पर भड़के विपक्ष ने अश्विनी वैष्णव को दिया नया पदनाम
Opposition On Rail Accidents: देश में इन दिनों लगातार रेल हादसे सामने आ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में लगातार हादसों और लापरवाही की घटनाएं सामने आई हैं. 30 जुलाई को भी झारखंड में एक रेल हादसा हो गया. यहां मुंबई मेल के डिरेल होने के कारण 2 लोगों की मौत हो गई. वहीं कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. अब इसके बाद विपक्ष हमलावर हो गया है और रेल मंत्री को रील मंत्री बता रहा है.

Opposition On Rail Accidents: पिछले कुछ समय में देश में लगातार रेल हादसे सामने आए हैं. वहीं कई स्थानों पर रेलवे से जुड़ी लापरवाही सामने आई है. आज यानी 30 जुलाई को भी झारखंड में एक हादसा हो गया. यहां हावड़ा-मुंबई मेल के डिरेल होने से 2 लोगों की मौत हो गई. कई यात्री घायल हुए हैं. इस बीच विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है. ममता बनर्जी हो या अखिलेश यादव या फिर प्रियंका चतुर्वेदी. सभी ने एक शुर में हमला बोला है. कुछ विपक्षी नेताओं ने तो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को रील मिनिस्टर तक बता दिया है.
आज यानी मंगलवार की सुबह ही झारखंड में एक रेल हादसा हुआ है. चक्रधरपुर डिवीजन में राजखरसावां वेस्ट आउटर और बाराबांबू के बीच ट्रेन नंबर 12810 हावड़ा-सीएसएमटी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई. इसमें 2 लोगों की मौत हो गई है. कई लोगों के घायल होने की खबर है. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके बाद से ही विपक्ष सरकार पर हमला बोल रहा है.
किसने क्या-क्या कहा?
प्रियंका चतुर्वेदी- कई मौतें हो चुकी हैं और अब तक कोई जवाबदेही तय नहीं हुई है.इनपर कोई असर नहीं होगा. मुआवजे की घोषणा, जांच का वादा कर पीआर इंस्टाग्राम रील बनाने लगेंगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तो रील मंत्री की तरह काम कर रहे हैं.
JMM- झारखंड में सरकार चला रही झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि सोशल मीडिया रील बनाने के बजाय रेलवे पर ध्यान देना जरूरी है.
अखिलेश यादव- अखिलेश यादव ने सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार दुर्घटनाओं का रिकॉर्ड बनाना चाहती है. पहले पेपर लीक अब रेल दुर्घटनाएं हो रही हैं. यह केवल बड़े-बड़े दावे करती है. सरकार को कुछ करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों.
ममता बनर्जी- पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते ममता बनर्जी ने कहा कि बढ़ती घटनाओं के बाद जवाबदेही तय करने और इन्हें रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है. उन्होंने पूछा कि क्या भारत सरकार की उदासीनता का कोई अंत नहीं होगा?