पाकिस्तान घर जैसा लगता...अपनी टिप्पणी पर सैम पित्रोदा ने तोड़ी चुप्पी, बोले- मेरा आशय इतिहास पर जोर देना था
सैम पित्रोदा ने पाकिस्तान को "घर जैसा" बताकर विवाद खड़ा कर दिया, जिस पर उन्होंने सफाई दी कि उनका उद्देश्य केवल भारत-पाक के साझा इतिहास को उजागर करना था. बीजेपी ने इसे सेना का अपमान बताया और कांग्रेस से माफी की मांग की. पित्रोदा ने ‘विश्वगुरु’ अवधारणा को भ्रम बताया और लोकतंत्र व संस्थाओं की मजबूती पर ज़ोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत को दिखावे नहीं, वास्तविक प्रभाव पर ध्यान देना चाहिए.

Sam Pitroda Pakistan Remarks: भारतीय ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि उन्हें पाकिस्तान में हमेशा “घर जैसा” महसूस होता है. यह बयान ऐसे समय में आया जब भारत-पाकिस्तान संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं. बीजेपी ने इस बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस नेतृत्व से माफी की मांग की. बीजेपी ने इसे भारतीय सेना और 26/11 हमले में शहीद हुए जवानों का अपमान करार दिया.
पित्रोदा की सफाई और मंशा
'विश्वगुरु' की सोच पर टिप्पणी
पित्रोदा ने भारत को ‘विश्वगुरु’ मानने की धारणा पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह एक मिथक है कि भारत हर समय दुनिया के केंद्र में है. उन्होंने विदेशी नीति को प्रभावशाली, विश्वास आधारित और क्षेत्रीय स्थिरता पर आधारित बनाने की वकालत की. पित्रोदा ने यह भी कहा कि देश को अपनी छवि पर नहीं बल्कि वास्तविक उपलब्धियों पर ध्यान देना चाहिए.
— Sam Pitroda (@sampitroda) September 19, 2025
लोकतांत्रिक मूल्यों की आवश्यकता पर बल
उन्होंने यह भी कहा कि भारत को एक मजबूत लोकतंत्र बनाए रखने के लिए निष्पक्ष चुनाव, संस्थाओं की मजबूती, युवाओं का सशक्तिकरण, अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा और ध्रुवीकरण का विरोध जैसे मूल्यों को अपनाना होगा. उनके अनुसार, ये कोई राजनीतिक मसले नहीं, बल्कि राष्ट्र की पहचान से जुड़े मुद्दे हैं.
बीजेपी का तीखा हमला
भाजपा ने इस बयान को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. पार्टी ने कहा कि यह बयान उन सैनिकों का अपमान है जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान दी. भाजपा ने कांग्रेस से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की और आरोप लगाया कि कांग्रेस का रुख हमेशा पाकिस्तान के प्रति नरम रहा है, खासकर 26/11 जैसे आतंकी हमलों के बाद.
कांग्रेस की चुप्पी और राजनीतिक नुकसान
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने अब तक इस बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन इस पूरे विवाद ने पार्टी की छवि पर असर डाला है. विपक्ष इसे आगामी चुनावों में मुद्दा बना सकता है, और पित्रोदा के बयान से पार्टी को राजनीतिक तौर पर नुकसान भी हो सकता है.


