संसद में हंगामा: स्पीकर बोले-जनता ने आपको टेबल तोड़ने के लिए नहीं भेजा यहां, मुद्दों पर चर्चा करें
संसद का बजट सत्र हंगामे के साथ शुरू हुआ, जहां विपक्षी दलों ने प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ और सुरक्षा चूक को लेकर जोरदार विरोध दर्ज कराया. लोकसभा में कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने नारेबाजी की. इस कारण कार्यवाही बाधित हुई. इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि जनता ने सांसदों को टेबल तोड़ने के लिए नहीं चुना, बल्कि बहस और मुद्दों पर चर्चा करने लिए भेजा है. सरकरा और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई.

नई दिल्ली: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में मची भगदड़ को लेकर विपक्ष की नारेबाजी के बीच सोमवार सुबह बजट सत्र की कार्यवाही फिर शुरू हुई. विपक्ष ने पिछले सप्ताह मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में दूसरे अमृत स्नान के दौरान मची भगदड़ पर चर्चा की मांग की. इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी. संसद में विपक्षी सदस्यों ने " कुंभ पर जवाब दो " के नारे लगाए. बजट के दिन भी इसी तरह के नारे लगाए गए.
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी सहित विपक्षी सदस्यों ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2025 पेश किए जाने के दौरान लोकसभा से सांकेतिक वाकआउट किया. विपक्ष का दावा है कि मरने वालों की संख्या सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से कहीं ज़्यादा है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सांसदों से कार्यवाही बाधित न करने की अपील की है. रिजिजू ने कहा कि विपक्ष का व्यवहार निंदनीय है... संसद में जानबूझकर व्यवधान डाला गया.
विपक्षी सांसदों को लगाई फटकार
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि भारत की जनता ने आपको संसद में मेजें तोड़ने या नारे लगाने के लिए नहीं चुना है. इसके अलावा, प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ के मुद्दे पर राज्यसभा में सभी विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन से बहिर्गमन किया. वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति की रिपोर्ट सोमवार को लोकसभा में पेश की जाएगी. लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल और सदस्य संजय जायसवाल रिपोर्ट पेश करेंगे.
समिति की रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को सौंपी
जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को रिपोर्ट सौंपी थी. इससे पहले बुधवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति ने मसौदा कानून पर रिपोर्ट को 15-11 बहुमत से स्वीकार कर लिया था. संसद के बजट सत्र का पहला भाग 31 जनवरी को शुरू हुआ और 13 फरवरी को समाप्त होगा. सत्र का दूसरा भाग 10 मार्च 2025 को शुरू होगा और 4 अप्रैल 2025 को समाप्त होगा.


