जेद्दा से कोझिकोड जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट की कोच्चि में इमरजेंसी लैंडिंग ,160 यात्री थे सवार
यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक इंटरनेशनल फ्लाइट को गुरुवार सुबह कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (कोच्चि) में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।

नई दिल्ली: यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए Air India Express की एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान को गुरुवार सुबह आपात स्थिति में Cochin International Airport Limited (कोच्चि) में उतारना पड़ा. जेद्दा से कोझिकोड जा रही फ्लाइट IX 398 में लैंडिंग गियर से जुड़ी तकनीकी समस्या और टायर फेल होने की सूचना मिलने के बाद पायलट ने एहतियातन कोच्चि की ओर डायवर्जन का फैसला लिया.
एयरपोर्ट ऑपरेटर सीआईएएल के अनुसार, विमान सुबह 9:07 बजे पूर्ण आपात प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षित रूप से लैंड हुआ. फ्लाइट में कुल 160 यात्री सवार थे. राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी यात्री या क्रू मेंबर को चोट नहीं आई. सीआईएएल ने बताया कि लैंडिंग से पहले ही सभी आपात सेवाओं—फायर, मेडिकल और रनवे सेफ्टी—को सक्रिय कर दिया गया था, जिससे सुरक्षित संचालन सुनिश्चित किया जा सका.
पोस्ट-लैंडिंग जांच में क्या निकला
सीआईएएल के प्रवक्ता ने बताया कि लैंडिंग के बाद की गई जांच में विमान के दाहिने हिस्से के दोनों टायर फटे हुए पाए गए. यह समस्या दाहिने मुख्य लैंडिंग गियर से जुड़ी बताई गई. अधिकारियों के अनुसार, समय रहते तकनीकी संकेत मिलने और पायलट द्वारा सतर्क निर्णय लेने से बड़ा हादसा टल गया.
एयर इंडिया एक्सप्रेस का बयान
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने घटना पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि टायर फटना संभवतः जेद्दा एयरपोर्ट के रनवे पर किसी ‘फॉरेन ऑब्जेक्ट’ (विदेशी वस्तु) से टकराने के कारण हुआ. एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी जेद्दा–कोझिकोड उड़ान को संदिग्ध टायर क्षति के चलते एहतियातन कोच्चि डायवर्ट किया गया. विमान सुरक्षित उतरा और सभी यात्रियों को सड़क मार्ग से कोझिकोड पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है.”
एयरलाइन ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद जताते हुए दोहराया कि संचालन के हर पहलू में सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. प्रवक्ता के अनुसार, तकनीकी टीम विमान की विस्तृत जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके.
यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था
कोच्चि में सुरक्षित लैंडिंग के बाद एयरलाइन ने यात्रियों के लिए ग्राउंड ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की. सीआईएएल और एयरलाइन के समन्वय से यात्रियों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई गई, जिसमें जानकारी, मार्गदर्शन और समन्वित ट्रांसफर शामिल है.
विशेषज्ञों का कहना है कि रनवे पर फॉरेन ऑब्जेक्ट डैमेज (FOD) एविएशन इंडस्ट्री में एक ज्ञात जोखिम है. ऐसे मामलों में समय पर अलर्ट, डायवर्जन और आपात सेवाओं की तत्परता ही यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है—और इस घटना में यही देखने को मिला.


