score Card

इथियोपिया की संसद में पीएम मोदी ने कही ऐसी बात की तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा संसद भवन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इथियोपिया यात्रा के दौरान एक भावुक और ऐतिहासिक पल सामने आया, जब उन्होंने इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. जैसे ही पीएम मोदी ने अपना भाषण खत्म किया, संसद भवन पूरे एक मिनट तक तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.

Yogita Pandey
Edited By: Yogita Pandey

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इथियोपिया दौरे का एक भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण उस समय देखने को मिला, जब उन्होंने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. पीएम मोदी का भाषण खत्म होते ही संसद भवन पूरे एक मिनट तक तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा. यह दृश्य भारत-इथियोपिया संबंधों की गहराती मित्रता और आपसी सम्मान का प्रतीक बन गया.

अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा कि जिस भव्य भवन में वह खड़े हैं, वहीं कानून बनते हैं और वहीं जनता की इच्छा राज्य की इच्छा का रूप लेती है. उन्होंने कहा कि जब जनता और राज्य की सोच एक दिशा में आगे बढ़ती है, तब विकास का पहिया तेज़ी से घूमता है. प्रधानमंत्री ने किसानों, उद्यमियों, महिलाओं और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे सभी इथियोपिया के भविष्य को आकार दे रहे हैं.

वंदे मातरम और राष्ट्रगान का भावनात्मक जुड़ाव

पीएम मोदी ने भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ और इथियोपिया के राष्ट्रगान के बीच समानता का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों ही अपनी भूमि को मां मानते हैं. ये गीत लोगों को अपनी संस्कृति, विरासत और मातृभूमि की रक्षा के लिए प्रेरित करते हैं. इस टिप्पणी पर संसद में मौजूद सदस्यों ने जोरदार तालियों से समर्थन जताया.

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इथियोपिया आकर उन्हें घर जैसा एहसास हो रहा है. उन्होंने अपने गृह राज्य का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में उनका प्रदेश भी शेरों की भूमि है, ठीक वैसे ही जैसे इथियोपिया. उन्होंने इस संसद को “इथियोपिया के लोकतंत्र का मंदिर” बताया.

अयोध्या से अदीस अबाबा तक ‘वसुधैव कुटुम्बकम’

पीएम मोदी ने अदीस अबाबा और अयोध्या का भावनात्मक संबंध जोड़ते हुए कहा कि भारत में “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना सदियों से रही है, जो पूरी दुनिया को एक परिवार मानती है. उन्होंने कहा कि चाहे हम कहीं भी हों, यह सोच हमें जोड़ती है.

हजारों साल पुराने रिश्तों का जिक्र

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और इथियोपिया के रिश्ते सिर्फ आज के नहीं हैं. लगभग 2000 साल पहले हिंद महासागर के रास्ते व्यापारी मसाले और सोना लेकर आते-जाते थे, लेकिन साथ ही विचारों और जीवनशैली का भी आदान-प्रदान होता था. अदीस और धोलेरा जैसे बंदरगाह सभ्यताओं के बीच पुल का काम करते थे.

उन्होंने 1941 का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे भारतीय सैनिकों ने इथियोपिया की आज़ादी की लड़ाई में साथ दिया था.

पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय कंपनियां इथियोपिया में सबसे बड़े निवेशकों में शामिल हैं. भारत ने यहां 5 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है, जिससे 75 हजार से ज्यादा नौकरियां पैदा हुई हैं. उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी तक ले जाने की घोषणा भी की है.

calender
17 December 2025, 02:49 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag