POK में हुई आतंकवादियों की बैठक... लश्कर और जैश ने हमास को दिया मंच! क्या गाजा और कश्मीर को एक जैसा दिखाने की साजिश!
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों ने हमास के आतंकवादियों को एक मंच दिया. यह कार्यक्रम कश्मीर एकजुटता दिवस के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें गाजा पट्टी और जम्मू-कश्मीर को एक जैसा दिखाने की कोशिश की गई. भारत के लिए यह मुद्दा गंभीर बन चुका है, क्योंकि आतंकी संगठन कश्मीर के संघर्ष को गलत तरीके से दुनिया के सामने पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. जानें पूरी कहानी, जो एक बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल को उजागर करती है.

POK Terror Summit: हाल ही में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में एक बड़ी आतंकवादी बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास को मंच दिया. इस कार्यक्रम को कश्मीर एकजुटता दिवस के तौर पर मनाया गया, और इसके माध्यम से पाकिस्तान ने दुनिया में भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने का प्रयास किया.
कश्मीर और गाजा पट्टी का ‘समानता’ स्थापित करने का प्रयास
सूत्रों के मुताबिक, इस आयोजन का उद्देश्य गाजा पट्टी और जम्मू-कश्मीर को एक जैसे दिखाना था, जिसमें हमास और उनके समर्थकों ने इस इलाके के संघर्ष को कश्मीरियों के संघर्ष से जोड़ने की कोशिश की. हमास के प्रतिनिधि डॉ. खालिद कद्दौमी भी इस बैठक में शामिल थे. इसके अलावा, जैश के प्रमुख मसूद अजहर के भाई तल्हा सैफ और अन्य कश्मीरी कमांडर भी इसमें भाग ले रहे थे.
आतंकवादी संगठन वैश्विक मंच पर भारत के खिलाफ
आतंकी संगठनों का यह कदम कश्मीर के लिए पाकिस्तान के कूटनीतिक खेल को और बढ़ा सकता है. पाकिस्तान हर साल कश्मीर एकजुटता दिवस का आयोजन करता है, जिसका मकसद भारत के खिलाफ वैश्विक स्तर पर एक नकारात्मक छवि बनाना होता है. इस बार की बैठक में कश्मीर और गाजा पट्टी की समानता को स्थापित करने के प्रयास को लेकर कई बयान आए हैं.
भारत की स्थिति पर गलत दावे
हालांकि, भारत में कश्मीरी नागरिकों को सभी अधिकार मिलते हैं—चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य सेवाएं, या रोजगार. इसके बावजूद, आतंकी संगठन इस मुद्दे का राजनीतिक रूप से शोषण करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भारतीय नागरिकों के संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत तरीके से पेश किया जा सके.
Hamas Meets Pakistani Terror Groups in PoK, India on High Alert
— Sanbeer Singh Ranhotra (@SSanbeer) February 6, 2025
A Hamas official joined a meeting with Jaish-e-Mohammed and Lashkar-e-Taiba terrorists in Pakistan-occupied Kashmir yesterday.
Indian believes this is a narrative-building exercise equating Kashmir with Gaza.… pic.twitter.com/9AjugRkvtC
आतंकी गतिविधियों का कड़ा जवाब जरूरी
भारत की सुरक्षा एजेंसियां इस मुद्दे को लेकर सतर्क हो गई हैं, और कश्मीर के साथ गाजा पट्टी को जोड़ने की कोशिशों को लेकर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है. पाकिस्तान और आतंकवादी समूहों की यह साजिश कश्मीर को लेकर गलत विचारधाराओं का प्रचार करती है, जिसे भारत द्वारा मजबूत और कड़े कदमों से नकारा जाना चाहिए.
आतंकी समूहों का यह कार्यक्रम केवल भारत के खिलाफ एक कूटनीतिक चाल था, और इसने यह साबित कर दिया कि आतंकवादियों का एजेंडा हमेशा राजनीतिक प्रचार और झूठे नारों से भरा रहता है. भारत को अपनी सुरक्षा और राजनीतिक प्रक्रिया को मजबूत करते हुए इस तरह के दुष्प्रचार का मुकाबला करना जरूरी है.


