छात्रा के साथ अतरंग करते पकड़े गए प्रोफेसर, वायरल हुई वीडियो...शुरू हुई जांच
त्रिपुरा के कमलपुर सरकारी कॉलेज के एक प्रोफेसर को एक छात्रा के साथ आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद निलंबित कर दिया गया. प्रोफेसर ने अपनी गलती स्वीकार की, जिससे शिक्षकीय गरिमा को ठेस पहुँची. इसी तरह मुंबई और उत्तर प्रदेश के हाथरस में भी शिक्षकों पर छात्रों के यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे हैं, जिससे शिक्षा जगत की छवि को भारी नुकसान हुआ है. सभी मामलों में कानूनी कार्रवाई जारी है.

त्रिपुरा के ढलाई जिले में स्थित कमलपुर सरकारी डिग्री कॉलेज के एक प्रोफ़ेसर को निलंबित कर दिया गया है जब उनके कथित रूप से एक छात्रा के साथ अंतरंग वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. घटना ने पूरे राज्य में भारी आक्रोश फैलाया, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने जांच की घोषणा की.
शिक्षा विभाग ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि प्रोफ़ेसर ने इस घटना को स्वीकार करते हुए कहा कि यह “उनकी ओर से एक भूल” थी और इस प्रकार का व्यवहार अनुचित था. विभाग ने स्पष्ट किया कि इस कृत्य ने न सिर्फ संस्था की गरिमा और शालीनता को ठेस पहुंचाई, बल्कि शिक्षण पेशे की प्रतिष्ठा को भी कलंकित किया.
निलंबन का आदेश और कार्यस्थल का परिवर्तन
महिला शिक्षक पर गंभीर आरोप
आपको बता दें कि इसी माह मुंबई से एक और चौकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक प्रतिष्ठित स्कूल की 40 वर्षीय महिला शिक्षक को गिरफ्तार किया गया. उस पर आरोप है कि उसने अपने 16 वर्षीय छात्र के साथ एक से अधिक साल तक यौन शोषण किया. कथित रूप से महिला ने छात्र को पांच सितारा होटलों में ले जाकर शराब पिलाई और एंटी‑एंग्जायटी दवाएं दी.
घटना तब उजागर हुई जब किशोर के परिवार ने उसके व्यवहार में बदलाव देखा और उसने उन्होंने अपनी परेशानी बताई.
शिक्षण पेशे की गरिमा को कमजोर करने वाली घटनाएं
इन सभी मामलों से स्पष्ट होता है कि कुछ शिक्षकों द्वारा की गई घिनौनी हरकतों ने न सिर्फ पीड़ित छात्रों को प्रभावित किया, बल्कि पूरे शिक्षण प्रोफ़ेशन की विश्वसनीयता पर प्रश्न खड़ा किया है. शिक्षक वह होते हैं जिन्हें समाज और छात्र आदर्श मानते हैं, लेकिन ये घटनाएं उनकी जिम्मेदारी और नैतिकता से दूर जाकर हुई हैं.


