पुणे रेप केसः घटना के बाद महाराष्ट्र में आक्रोश, शिवसेना यूबीटी ने किया विरोध प्रदर्शन, आरोपियों पर 1 लाख का इनाम
2019 से जमानत पर बाहर हिस्ट्रीशीटर गाडे ने मंगलवार की सुबह पुणे शहर के व्यस्त स्वर्गेट बस स्टेशन पर खड़ी राज्य परिवहन की बस के अंदर 26 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया. शहर के बीचोंबीच हुई इस चौंकाने वाली घटना से हंगामा मच गया और विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित कीं.

पुणे बलात्कार मामले ने महाराष्ट्र में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बुधवार को कहा कि उन्होंने पुणे पुलिस आयुक्त को मामले की जांच करने और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. अधिकारियों ने आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे के बारे में जानकारी देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है.
पुणे में क्या हुआ?
2019 से जमानत पर बाहर हिस्ट्रीशीटर गाडे ने मंगलवार की सुबह पुणे शहर के व्यस्त स्वर्गेट बस स्टेशन पर खड़ी राज्य परिवहन की बस के अंदर 26 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया. शहर के बीचोंबीच हुई इस चौंकाने वाली घटना से हंगामा मच गया और विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित कीं.
एक्शन मोड में सरकार
विपक्ष ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास मौजूद गृह विभाग पर निशाना साधा , सरकार ने आदेश दिया कि बस स्टेशन पर सभी निजी सुरक्षा गार्डों को बदल दिया जाए. पुणे जिले के संरक्षक मंत्री अजित पवार ने एक बयान में कहा कि स्वारगेट बस स्टेशन पर हुई घटना "दर्दनाक और शर्मनाक" है तथा आरोपी को मौत की सजा मिलनी चाहिए.
पवार ने कहा, "स्वरगेट बस स्टेशन पर हुई बलात्कार की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, दर्दनाक, क्रोध पैदा करने वाली और सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है. आरोपी द्वारा किया गया अपराध अक्षम्य है और उसके लिए मृत्युदंड के अलावा कोई अन्य सजा नहीं हो सकती. मैंने पुणे के पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया है कि वे व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देखें और इसकी जांच करें तथा आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करें."
जल्द से जल्द गिरफ्तारी के दिए आदेश
पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी इस अपराध को गंभीरता से लिया है और पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र के अपने सभी भाइयों, बहनों और माताओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगी कि आरोपी को पुलिस द्वारा यथाशीघ्र गिरफ्तार किया जाए और कानून के अनुसार उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. डिप्टी सीएम ने कहा, "महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को पीड़िता को न्याय, मनोवैज्ञानिक सहायता तथा हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं."
एनसीडब्ल्यू ने डीजीपी से मांगा जवाब
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने बलात्कार की घटना का स्वतः संज्ञान लिया और महाराष्ट्र के अधिकारियों से मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की. एक अधिकारी ने बताया कि एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के स्वर्गेट डिपो में मंगलवार सुबह हुई घटना के संबंध में पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है.
अध्यक्ष ने डीजीपी को एफआईआर की प्रति के साथ तीन दिन के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग को सौंपने को कहा है. एक बयान में आयोग ने कहा कि वह इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा करता है, जिसमें 26 वर्षीय महिला के साथ पुणे के स्वर्गेट डिपो पर परिवहन की प्रतीक्षा कर रही एक खड़ी 'शिव शाही' बस के अंदर कथित रूप से बलात्कार किया गया.


