पंजाब सरकार का बड़ा फैसला: बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थ यात्रा, 100 करोड़ का बजट मंजूर
पंजाब सरकार ने बुजुर्गों और गरीबों को तीर्थ यात्रा का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के दूसरे चरण में 100 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है।

Punjab News: पंजाब की मिट्टी में धर्म और भक्ति की गहरी जड़ें हैं। यहां के लोग गुरुओं और संतों की शिक्षाओं को जीवन का आधार मानते हैं। लेकिन आर्थिक तंगी और जिम्मेदारियों के कारण कई बुजुर्ग अपनी तीर्थ यात्रा का सपना अधूरा छोड़ देते थे। मान सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना शुरू कर उनकी अधूरी ख्वाहिश पूरी करने का वादा किया। यह सिर्फ यात्रा नहीं बल्कि सरकार और जनता के बीच विश्वास का सेतु भी है।
पहले चरण की सफलता मिली
यह योजना 6 नवंबर 2023 को शुरू हुई थी। 27 नवंबर से 29 फरवरी 2024 तक चले पहले चरण में 33 हजार से ज्यादा लोगों ने मुफ्त यात्रा की। गुरु पर्व के दिन पहली ट्रेन अमृतसर से नांदेड़ साहिब के लिए रवाना हुई। पहले चरण में 40 करोड़ का बजट रखा गया था। लोगों की भारी मांग और सफलता देखकर अब इसका दूसरा चरण शुरू किया जा रहा है।
अब 50 साल के भी पात्र
पंजाब सरकार ने अप्रैल 2025 में योजना में बदलाव किया है। अब 60 साल से ज्यादा नहीं बल्कि 50 साल से ज्यादा उम्र वाले भी इसका लाभ उठा पाएंगे। इसके लिए 100 करोड़ का बजट रखा गया है। सरकार का लक्ष्य है कि 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को देशभर के धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाए जाएं। इस फैसले से लाखों घरों में उम्मीद जगी है।
अलग-अलग धर्मों के स्थल शामिल
योजना में हिंदू, सिख और मुस्लिम धर्मों के पवित्र स्थलों को शामिल किया गया है। हिंदू श्रद्धालुओं के लिए वैष्णो देवी, चिंतपूर्णी, ज्वाला जी, मथुरा, वृंदावन और खाटू श्याम धाम हैं। सिख श्रद्धालुओं के लिए पटना साहिब, आनंदपुर साहिब, हजूर साहिब और दमदमा साहिब तय किए गए हैं। मुस्लिम श्रद्धालुओं के लिए अजमेर शरीफ और जामा मस्जिद जैसी जगहें हैं। सभी यात्राएं ट्रेन और एसी बसों के जरिए कराई जाएंगी।
यात्रियों की पूरी सुविधा होगी
सरकार ने यात्रियों के लिए पूरी व्यवस्था की है। सफर के दौरान खाने-पीने की सुविधा मुफ्त होगी। हर यात्री को किट दी जाएगी जिसमें चादर, कंबल, तौलिया और जरूरी सामान शामिल होगा। 75 साल से ज्यादा उम्र वाले अपने साथ एक नौजवान को ले जा सकेंगे ताकि देखभाल में मदद मिले। डॉक्टरों और अधिकारियों की टीम हर जत्थे के साथ जाएगी। यह सब इंतजाम यात्रियों को सुरक्षा और सुकून देने के लिए हैं।
बुजुर्गों की आंखों में चमक
गांव-गांव से बुजुर्ग इस योजना का हिस्सा बन रहे हैं। संगरूर की जसवीर कौर ने पहली बार हजूर साहिब जाकर खुद को भाग्यशाली कहा। लौटकर उन्होंने बताया कि सरकार ने दिल से उनकी ख्वाहिश पूरी की। उनके जैसे हजारों बुजुर्ग अपने घर लौटकर परिवार और पड़ोसियों को किस्से सुना रहे हैं। यह योजना लोगों के लिए सिर्फ सफर नहीं, बल्कि भावनाओं का सम्मान बन गई है।
आस्था और अमन का संदेश
मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना सिर्फ धार्मिक यात्रा नहीं है। यह पंजाब की संस्कृति, भाईचारे और अमन का प्रतीक है। गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं के मुताबिक, यह समाज को जोड़ने और लोगों को करीब लाने का काम कर रही है। सरकार ने दिखा दिया कि असली कल्याणकारी राज्य वही है, जो जनता की भौतिक जरूरतों के साथ-साथ उनकी आत्मिक जरूरतों का भी ध्यान रखे। यह पहल पंजाब के दिलों को जोड़ रही है।


