Rafale Pilot: राफेल की रानी: यूपी की शिवांगी सिंह बनीं भारत की एकमात्र महिला राफेल पायलट, पाकिस्तान पर हुई स्ट्राइक में भी निभाया रोल
वाराणसी की शिवांगी सिंह भारत की पहली और इकलौती महिला राफेल पायलट हैं. हालिया पाकिस्तान स्ट्राइक में राफेल उड़ाकर उन्होंने अहम भूमिका निभाई. भारयीय वायुसेना की ये बेटी आज पूरे देश का गर्व बन चुकी है.

नई दिल्ली. राफेल उड़ाने वाली भरत की पहली और इकलौती महिला फाइटर. नाम है शिवांगी सिंह. इनका जन्म यूपी के वाराणसी में हुआ. शिवांगी सिंह ने बचपन से पायलट बनने का सपना थे. जब वह महज 9 साल की थी. आज जब पाकिस्तान पर हुई एयर स्ट्राइक में राफेल जेट्स की गूंजी, तो देश ने उनपर गर्व हुआ. शिवांगी सिंह ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी की और इसके बाद भारतीय वायु सेना की हैदराबाद अकादमी में दाखिला लिया। उनके पायलट बनने के सफर की शुरुआत तब हुई जब वो दिल्ली के एयरफोर्स म्यूजियम में गई थीं। वहां लड़ाकू विमानों को देख कर उन्होंने तय कर लिया कि वो फाइटर पायलट बनेंगी।
मां ने दिया हौसला
शिवांगी की मां हमेशा चाहती थीं कि बेटी आत्मनिर्भर बने। पढ़ाई से लेकर पायलट बनने तक हर कदम पर मां उनके साथ खड़ी रहीं। एक छोटी बच्ची से लेकर राफेल उड़ाने वाली पायलट बनने तक, शिवांगी का ये सफर लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणा बन चुका है।
पुरुषों के क्षेत्र में महिलाओं की दस्तक
शिवांगी वो नाम है जिसने भारत की वायुसेना में एक नया अध्याय लिखा। 1995 में जब भारतीय वायुसेना ने महिलाओं की भर्ती शुरू की, तब शायद ही किसी ने सोचा था कि एक दिन कोई महिला राफेल जैसे घातक विमान की कमान संभालेगी। लेकिन शिवांगी ने ये कर दिखाया।
2020 में ली राफेल की ट्रेनिंग
शिवांगी पहले मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ा चुकी हैं। फिर 2020 में उन्होंने राफेल की ट्रेनिंग ली। इसके लिए उन्हें एक कठिन चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और फ्रांस से आए विशेषज्ञों से ट्रेनिंग लेनी पड़ी। आज वो अंबाला एयरबेस पर तैनात हैं और देश की हिफाजत कर रही हैं।
देश की बेटी, देश का अभिमान
आज शिवांगी की उम्र 29 साल है. उन्होंने एक फाइटर पायलट से शादी की है और दोनों देश की सेवा में समर्पित पाकिस्तान में कई गई स्ट्राइक में भी उनका योगदान . जहां एक ओर भारतीय सेना आतंक के अड्डों को ध्वस्त कर रही है, वहीं दूसरी ओर राफेल कॉकपिट में बैठी यह महिला बता रही है बेटियां अब आसमान भी फाड़ सकती हैं.


