EC से पारदर्शिता की मांग पर अड़े राहुल गांधी, मांगी वोटर लिस्ट और CCTV फुटेज
Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग को लेकर हमला तेज कर दिया. उन्होंने आयोग से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद की शाम 5 बजे के बाद की सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल मतदाता सूची जारी करने की अपील की. राहुल ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि सच छुपाने से आयोग की साख नहीं बचेगी.

Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को चुनाव आयोग (EC) से पारदर्शिता की मांग को लेकर दबाव और बढ़ा दिया. उन्होंने EC से अपील की कि वह हालिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की काउंटिंग के बाद के समय (शाम 5 बजे के बाद) की सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल, मशीन-पठनीय वोटर लिस्ट सार्वजनिक करे. राहुल गांधी ने दावा किया कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर फर्जी नाम जोड़े गए और चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ियां हुई हैं. चुनाव आयोग ने उनके आरोपों को बेवजह और हास्यास्पद बताते हुए खारिज कर दिया.
राहुल गांधी और चुनाव आयोग के बीच यह टकराव तब बढ़ा जब उन्होंने एक अखबार में लिखे अपने लेख में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए "मैच फिक्सिंग" हुई है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता अब सवालों के घेरे में है, और यदि आयोग के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो उसे सभी दस्तावेज और फुटेज जनता के सामने रखने चाहिए.
Dear EC,
You are a Constitutional body. Releasing unsigned, evasive notes to intermediaries is not the way to respond to serious questions.
If you have nothing to hide, answer the questions in my article and prove it by:
• Publishing consolidated, digital, machine-readable…— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 7, 2025
राहुल गांधी का EC को खुला संदेश
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को संबोधित करते हुए कहा, "डियर ईसी, आप एक संवैधानिक संस्था हैं. बिचौलियों के माध्यम से बिना हस्ताक्षर किए अस्पष्ट नोट जारी करना गंभीर सवालों का जवाब देने का तरीका नहीं है. अगर आपके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो मेरे लेख में पूछे गए सवालों का जवाब दें और सबसे हालिया लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए समेकित, डिजिटल, मशीन-पठनीय वोटर रोल और महाराष्ट्र के मतदान केंद्रों की शाम 5 बजे के बाद की सभी सीसीटीवी फुटेज जारी करें. बचाव करने से आपकी विश्वसनीयता नहीं बचेगी, सच्चाई बताने से बचेगी."
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को बताया "पूरी तरह निराधार"
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी द्वारा लगाए गए "मैच फिक्सिंग" के आरोपों को खारिज करते हुए एक विस्तृत बयान में कहा कि यह पूरी तरह से निराधार और हास्यास्पद है. आयोग ने कहा, "किसी भी चुनाव में असंतोषजनक परिणाम के बाद आयोग को बदनाम करना कि वह पक्षपाती है, यह पूरी तरह से अनुचित और निराधार है."
चुनाव आयोग ने बताया कि सभी राजनीतिक दलों के अधिकृत पोलिंग एजेंट मतदान के दौरान मौजूद थे और किसी ने भी किसी तरह की अनियमितता की शिकायत नहीं की.
फर्जी वोटर की बात पर कांग्रेस और EC आमने-सामने
राहुल गांधी ने दावा किया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र की मतदाता सूची में 70 लाख नए वोटर जोड़े गए. चुनाव आयोग ने इसके जवाब में डेटा जारी करते हुए बताया कि केवल 40.81 लाख नए मतदाता इस अवधि में जुड़े हैं.
आयोग ने यह भी कहा कि कांग्रेस द्वारा पहले भी इस संबंध में शिकायत दर्ज की गई थी और उसका जवाब 24 दिसंबर 2024 को आधिकारिक रूप से दिया जा चुका है, जो EC की वेबसाइट पर उपलब्ध है.
राहुल गांधी ने आयोग की नियुक्ति प्रणाली पर भी उठाए सवाल
राहुल गांधी ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति प्रणाली को बदलकर केंद्र सरकार ने न्यायपालिका की भूमिका को कम कर दिया है. उन्होंने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को चयन समिति से हटाना इस प्रणाली की निष्पक्षता को खत्म करने की साजिश है.
महाराष्ट्र में कांग्रेस की हार के बाद उठा विवाद
पिछले साल हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा था. गठबंधन ने केवल 46 सीटें ही जीतीं, जबकि कुछ महीनों पहले लोकसभा चुनाव में इसी गठबंधन ने बीजेपी के महायुति गठबंधन को पछाड़ा था.
चुनाव परिणामों के बाद राहुल गांधी ने इसे "पूर्वनियोजित" बताते हुए चुनाव प्रणाली की निष्पक्षता पर सवाल उठाए, जिससे राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है.


