हिमाचल में बारिश का कहर: 362 सड़कें बंद, 112 की मौत, IMD ने दी और बारिश की चेतावनी
शिमला में मौसम विभाग ने रविवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें कई इलाकों में तेज बारिश, गरज-चमक के साथ बारिस और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है. सोमवार से बुधवार तक मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इस दौरान दो से चार जिलों में भारी बारिश की संभावना है, जो प्रकृति का रौद्र रूप दिखा सकती है.

Himachal Pradesh Monsoon: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने व्यापक तबाही मचाई है. पिछले कुछ दिनों से जारी बारिश के कारण कई स्थानों पर बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आईं हैं. राज्य में सैकड़ों सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिससे परिवहन व्यवस्था पुरी तरह से प्रभावित हो गई है. मंडी और कुल्लू जैसे जिले इन आपदाओं से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जहां भारी नुकसान हुआ है. अधिकारियों के अनुसार, अब तक राज्य में इस मानसून सीजन में 112 लोग अपनी जान गवां चुके हैं और 37 लोग लापता हैं. हालांकि, मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और भी भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसके चलते राहत कार्यों में भी कठिनाइयां आ रही हैं, और लोगों को जान-माल की सुरक्षा की चिंता बढ़ गई है.
सड़कें बंद, परिवहन में बाधा
मानसून के कहर से हिमाचल प्रदेश में 362 सड़कें वाहनों का आवाजाही बंद हो चुकी हैं. यह संकट विशेष रूप से मंडी जिले में है, जहां भूस्खलन और बारिश के कारण 220 सड़कें बंद हो गई हैं. इसके साथ ही कुल्लू जिले में भी 91 सड़कें बंद हैं. इस कारण लोगों को सफर करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, और राज्यभर में यातायात ठप हो गया है.
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विभाग (IMD) ने शिमला में रविवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें बारिश, गरज के साथ बारिस और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है. जिसमें दो से चार जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. शनिवार को राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ इलाकों में तेज हवाएं भी चलीं.
अब तक लोगों की मौत और लापता लोग
हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 112 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 37 लोग अभी भी लापता हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, मानसून के दौरान 58 बार अचानक बाढ़, 30 बार बादल फटने और 53 बड़े भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं. इस आपदा से राज्य के सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है, जिसमें 704 बिजली ट्रांसफार्मर और 178 जल आपूर्ति प्रणालियां प्रभावित हुई हैं.
अब तक राज्य में नुकसान
हिमाचल प्रदेश में मानसून के आगमन से अब तक राज्य को 1,988 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ है. 20 जून से मानसून के शुरू होने के बाद से राज्य भर में लगातार बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, इस सीजन में राज्य में औसत से 13 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. 1 जून से 9 अगस्त तक राज्य में 503 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 445.7 मिमी से काफी अधिक है.


