चुनाव आयोग ने हटाया था, पश्चिम बंगाल के DGP पद पर फिर हुई राजीव कुमार की वापसी
West Bengal: लोकसभा चुनाव के दौरान राजीव कुमार को डीजीपी पद से हटा दिया गया था. मगर एक बार फिर इन्हें पश्चिम बंगाल डीजीपी पद पर नियुक्त कर दिया गया है. राजीव कुमार को ममता बनर्जी का सबसे करीबी बताया जाता है. बता दें कि राजीव कुमार 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जबकि साल 2023 के दिसंबर में मनोज मालवीय के रिटायर होने पर राजीव कुमार को डीजीपी पद की जिम्मेदारी दी गई थी.

राजीव कुमार पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में एक बार फिर से नियुक्त किया गया है. इसकी घोषणा आज यानी सोमवार को सरकारी अधिसूचना के माध्यम से मिली है. जबकि डीजीपी, संजय मुखर्जी को अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के महानिदेशक के तौर पर नियुक्त कर दिया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक राजीव कुमार को लोकसभा चुनाव से पहले ही चुनाव आयोग ने इनका तबादला कर दिया था. वहीं बीजेपी ने साफ तौर पर राजीव कुमार पर आरोप लगाया था कि वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारों पर काम किया करते हैं. इसके संदेह पर राजीव कुमार के ऊपर कई तरह के सवाल खड़ें किए गए थे. इतना ही नहीं चुनाव आयोग से उन्हें डीजीपी के पद हटाने की भी बात कही थी. जिसके बाद उनके खिलाफ एक्शन लिया गया था.
Rajeev Kumar appointed as DGP of West Bengal. Current DGP Sanjoy Mukherjee has been transferred as DG Fire and Emergency Services. pic.twitter.com/JXTxT9MEDL
— ANI (@ANI) July 15, 2024
राजीव कुमार फिर बने डीजीपी
लोकसभा चुनाव 2024 के समाप्त होने के लगभग 45 दिनों बाद एक बार फिर से राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल का डीजीपी नियुक्त कर दिया गया है. बता दें कि सबसे पहले इन्हें साल 2023 के 31 दिसंबर को पश्चिम बंगाल का डीजीपी बनाया गया था. जिसके बाद वह साल 2024 के मार्च तक अपने पद पर कार्यरत थे.
राजीव कुमार का जीवन परिचय
डीजीपी राजीव कुमार उत्तर प्रदेश राज्य के चंदौसी के रहने वाले हैं. इनकी पढ़ाई लिखाई इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की से हुई है. वहीं साल 1989 बैच में इन्हें आपीएस चुना गया था.


