दिल्ली-NCR में गर्मी से राहत, हिमाचल में तूफान का अलर्ट और महाराष्ट्र में भारी बारिश का खतरा
Weather: दिल्ली में हल्की बारिश ने दी गर्मी से राहत पर हिमाचल में तूफान-ओलावृष्टि का अलर्ट और महाराष्ट्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी है. पंजाब में लू का असर जारी है. मौसम का ये अजीब मिजाज आखिर क्यों? क्या ग्लोबल वॉर्मिंग का असर दिखने लगा है?

Weather Update: देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में गर्मी की मार से लोगों को थोड़ी राहत मिली है. पिछले कुछ दिनों से हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल रही हैं, जिससे तापमान में गिरावट आई है. अब पारा 34 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जो कि मई की शुरुआत के मुकाबले काफी कम है. शनिवार को भी मौसम ऐसा ही बने रहने की उम्मीद है — हल्की बारिश, बादल और बिजली चमकने के आसार हैं.
हिमाचल में मौसम बिगड़ने के आसार, 7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश में मौसम ने फिर करवट ली है. चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जैसे जिलों में अगले कुछ दिनों तक तूफान और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. शुक्रवार को ऊना में तापमान 38.8 डिग्री और नेरी में 38.5 डिग्री तक दर्ज किया गया. हालांकि, बादल और हल्की बारिश के कारण कुछ हिस्सों में हल्की ठंडक भी महसूस हुई है.
महाराष्ट्र में मूसलधार बारिश का अनुमान, अलर्ट जारी
महाराष्ट्र में शनिवार को भारी बारिश हो सकती है. कई इलाकों में तेज बारिश के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है. इससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है और यात्रियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
पंजाब और उत्तर भारत में गर्मी का सितम जारी
पंजाब के कई हिस्सों में अभी भी लू चल रही है. मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में औसत तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया है, लेकिन लू की स्थिति अभी भी बनी हुई है.
मौसम के बदले मिजाज के पीछे ग्लोबल वॉर्मिंग का हाथ
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह सब जलवायु परिवर्तन का नतीजा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि इस बार मौसम का व्यवहार सामान्य नहीं है — न सर्दी सही समय पर आई, न गर्मी ने अपना असर दिखाया और अब प्री-मानसून बारिश भी गड़बड़ है.
असामान्य प्री-मानसून और पश्चिमी विक्षोभ का असर
मई में आमतौर पर तेज गर्मी रहती है, लेकिन इस बार बार-बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है. दक्षिण भारत में मानसून तय समय से पहले दस्तक दे सकता है और वहां पहले से ही अच्छी बारिश हो रही है. लेकिन यह सब एक व्यवस्थित मौसम चक्र की बजाय अनियंत्रित और अनियमित ढंग से हो रहा है.
देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का रंग-रूप अब पहले जैसा नहीं रहा. कहीं लू से राहत तो कहीं तूफान और बारिश का कहर. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन अब साफ तौर पर दिखने लगा है. आने वाले दिनों में इससे निपटने के लिए तैयारी करना ज़रूरी होगा.


