'मौनव्रत' में शशि थरूर! कांग्रेस की स्पीकर्स लिस्ट से बाहर, सियासी अटकलें तेज
कांग्रेस में शशि थरूर की स्थिति अनिश्चित है क्योंकि खबरों के अनुसार उन्हें पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर होने वाली बहस से बाहर रखा जा सकता है. संसद में हंगामे के बीच, एनडीए और कांग्रेस दोनों ने 16 घंटे की लंबी बहस के लिए सहमति जताई है.

संसद के मानसून सत्र में जहां एक ओर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर विपक्ष और सरकार आमने-सामने हैं, वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर की चुप्पी सुर्खियों में है। खबरों की मानें तो थरूर को कांग्रेस की बहस के लिए तैयार की गई आधिकारिक स्पीकर्स लिस्ट में जगह नहीं दी गई है। इस पर जब पत्रकारों ने उनसे प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने बस दो शब्द कहे "मौनव्रत, मौनव्रत"।
इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलकों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस ने जहां अपने सांसदों के लिए तीन दिनों तक संसद में अनिवार्य उपस्थिति का व्हिप जारी किया है, वहीं थरूर की दूरी और पार्टी नेतृत्व से उनके मतभेद की पुरानी पृष्ठभूमि को देखते हुए, चर्चा जोरों पर है।
राहुल-प्रियंका समेत ये नेता करेंगे बहस
कांग्रेस की ओर से जारी सूची के अनुसार, लोकसभा में विपक्ष का नेतृत्व पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई करेंगे। अन्य प्रमुख वक्ताओं में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा, प्रिनिटी शिंदे, सप्तगिरी उला्का और बृजेन्द्र ओला शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रियंका गांधी शाम 4:30 बजे बोल सकती हैं।
खुद थरूर ने किया बहस से इनकार?
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, शशि थरूर ने खुद ही 'ऑपरेशन सिंदूर' पर होने वाली बहस में भाग लेने से इनकार किया है। यह भी बताया गया कि थरूर हाल ही में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका दौरे पर थे, जिससे उनकी अनुपस्थिति भी संभावित कारण मानी जा रही है।
2021 से कांग्रेस से तल्खी
शशि थरूर का कांग्रेस के साथ रिश्ता 2021 से कुछ ठंडा पड़ा है, जब वे 'G-23' नामक असंतुष्ट नेताओं के समूह का हिस्सा बने। इस समूह ने लगातार चुनावी हार के बाद गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। माना जा रहा है कि यही मतभेद अब भी कहीं न कहीं असर डाल रहे हैं।
एनडीए और विपक्ष के बीच 16 घंटे की मैराथन बहस तय
सप्ताहभर की बाधाओं के बाद सरकार और विपक्ष दोनों ही सदनों में 16 घंटे की लंबी बहस पर सहमत हो गए हैं। हालांकि अनुभव से यह समय और बढ़ सकता है। एनडीए और विपक्ष दोनों की ओर से ‘टॉप गन्स’ को मैदान में उतारने की तैयारी है।
शाह, राजनाथ सिंह, जयशंकर होंगे BJP के मुख्य वक्ता
सरकारी पक्ष की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर बहस में हिस्सा लेंगे। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आतंकवाद पर सरकार की "कठोर नीति" स्पष्ट करने के लिए हस्तक्षेप कर सकते हैं।
रामायण का जिक्र कर बोले किरेन रिजिजू
बहस से पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने X (पूर्व ट्विटर) पर रामायण का उदाहरण देते हुए पाकिस्तान को चेताया। उन्होंने लिखा, “जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की, तो लंका जल गई। जब पाकिस्तान ने भारत की लाल रेखा लांघी, तो आतंकवादी ठिकानों में आग लग गई।”
बिहार वोटर लिस्ट विवाद पर विपक्ष का हंगामा जारी
संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से एक भी दिन सदन सुचारू रूप से नहीं चल पाया है। विपक्ष लगातार बिहार में चल रहे विशेष मतदाता सूची संशोधन (Special Intensive Revision - SIR) और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग कर रहा है, जिस कारण से सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी।


