सोनम वांगचुक के खिलाफ ‘राष्ट्रविरोधी’ आरोपों पर पत्नी का पलटवार, शेयर की पीएम मोदी और यूनुस की तस्वीर
सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजली अंगमो ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस की तस्वीरें साझा कर पति पर लगे राष्ट्रविरोधी आरोपों का पलटवार किया.

Sonam Wangchuk: लद्दाख में राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन और उसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. सोनम वांगचुक पर लगे ‘राष्ट्रविरोधी’ आरोपों के बीच उनकी पत्नी गीतांजली अंगमो सामने आई हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस की तस्वीर साझा कर पलटवार किया है. इसके साथ ही, सवाल उठाया कि अगर प्रधानमंत्री मोदी यूनुस से मिल सकते हैं तो उनके पति के उनसे मिलने पर आपत्ति क्यों?
सोनम वांगचुक की पत्नी का पलटवार
गीतांजली अंगमो ने सोमवार को एक्स (X) पर दो तस्वीरें साझा कीं- एक में प्रधानमंत्री मोदी यूनुस से मिलते नजर आए, वहीं दूसरी तस्वीर में सोनम वांगचुक और यूनुस को साथ देखा जा सकता है. उन्होंने लिखा- अगर माननीय प्रधानमंत्री का मोहम्मद यूनुस से मिलना ठीक है, तो भारत के शिक्षक और नवप्रवर्तक सोनम वांगचुक का उनसे मिलना समस्या क्यों है? उनका यह पोस्ट सीधे तौर पर सोशल मीडिया पर चल रही उन चर्चाओं के जवाब में था, जिनमें आरोप लगाया जा रहा है कि सोनम वांगचुक ने बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता गिराने वालों से ‘साठगांठ’ की थी.
If it’s okay for the Hon. PM to meet Md Yunus, why is it a problem when @Wangchuk66, India’s educator and innovator meet him? pic.twitter.com/IJvsXrJxgi
— Gitanjali J Angmo (@GitanjaliAngmo) September 29, 2025
लद्दाख हिंसा और NSA के तहत गिरफ्तारी
लद्दाख आंदोलन के दौरान, 24 सितंबर को हुई झड़पों में 4 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी. सुरक्षा एजेंसियों ने आरोप लगाया कि सोनम वांगचुक ने नेपाल के हालिया ‘Gen-Z’ प्रदर्शनों और बांग्लादेश में हुए छात्र आंदोलनों का हवाला देकर भीड़ को भड़काया. फिलहाल उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार कर जोधपुर जेल में रखा गया है. यह कानून बिना मुकदमे के 12 महीने तक हिरासत की अनुमति देता है.
‘भाषणों की गलत व्याख्या’ – गीतांजली अंगमो
गीतांजली अंगमो, जो खुद भी एक एक्टिविस्ट और शिक्षा से जुड़ी हस्ती हैं, उनका कहना है कि सोनम वांगचुक के भाषणों की गलत व्याख्या की गई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके पति को राजनीतिक साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है. रविवार को उन्होंने एक और पोस्ट में सवाल किया था कि जब भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेल सकता है, तो सोनम वांगचुक से संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में पाकिस्तान में भाग लेने पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं?
ये पहली बार नहीं है जब गीतांजली अंगमो ने पीएम मोदी को इस बहस में शामिल किया हो. उन्होंने पहले भी वांगचुक के एक भाषण का वीडियो साझा किया था, जिसमें वे पाकिस्तान में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में पीएम मोदी की प्रशंसा करते दिखे थे.
तस्वीरों की सच्चाई
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सोनम वांगचुक और यूनुस की तस्वीर दरअसल 2020 की है, जब दोनों ढाका स्थित ब्रिटिश हाई कमीशन में मिले थे. उस समय शेख हसीना ही बांग्लादेश की सत्ता में थीं. दूसरी ओर, पीएम मोदी की यूनुस के साथ तस्वीर अप्रैल 2025 की है, जब वे बैंकॉक में एक शिखर सम्मेलन के दौरान मिले थे. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उस मुलाकात के बाद बताया था कि भारत ने ढाका से हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हमलों और कट्टरपंथी माहौल पर अपनी चिंता जताई थी.
भारत-बांग्लादेश रिश्तों में खटास
अगस्त 2024 में छात्र आंदोलनों और भ्रष्टाचार विरोधी लहर के चलते शेख हसीना को सत्ता से बेदखल किया गया था. इसके बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख सलाहकार बनाया गया. तभी से भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव बढ़ गया है.


