गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार में फूट, अनमोल की गिरफ्तारी बनी वजह
लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच लंबे समय से चल रही साझेदारी अब खत्म हो चुकी है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि दोनों के रास्ते अब अलग हो चुके हैं.

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच लंबे समय से चल रही साझेदारी अब खत्म हो गई है. खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि दोनों के रास्ते अब अलग हो चुके हैं, जिससे उनके आपराधिक नेटवर्क पर कार्रवाई करना सुरक्षा एजेंसियों के लिए और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है.
साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई
सूत्रों का कहना है कि यह जानकारी दोनों के सहयोगियों से पूछताछ के दौरान सामने आई. वर्तमान में लॉरेंस बिश्नोई अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है, जबकि गोल्डी बराड़ अमेरिका में रहकर अपने गिरोह का संचालन कर रहा है. बराड़ ने अब अजरबैजान में सक्रिय रोहित गोदारा के साथ गठजोड़ कर लिया है. वहीं, बिश्नोई ने कनाडा में मौजूद गैंगस्टर नोनी राणा उर्फ सूर्य प्रताप से हाथ मिला लिया है.
यह मतभेद नवंबर 2023 में उस समय गहराया जब लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका में अवैध प्रवेश के आरोप में हिरासत में लिया गया. बिश्नोई को विश्वास था कि बराड़ और गोदारा ने अनमोल की जमानत में सहयोग नहीं किया. हालांकि, अनमोल को बाद में जमानत मिल गई, लेकिन उन्हें जीपीएस ट्रैकर पहनना पड़ा.
लॉरेंस ने गोल्डी से बनाई दूरी
इस घटना से नाराज होकर लॉरेंस बिश्नोई ने गोल्डी से दूरी बना ली और हरियाणा के कुख्यात अपराधी काला राणा के भाई नोनी राणा से गठबंधन कर लिया. बताया जा रहा है कि दोनों ने मिलकर फिरौती और वसूली की घटनाओं को अंजाम दिया, जिससे बिश्नोई के नेटवर्क को आर्थिक मदद मिली.
इन दोनों गिरोहों के नाम सिद्धू मूसे वाला और बाबा सिद्दीकी की हत्या के साथ-साथ बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को धमकाने की घटनाओं से भी जुड़े हैं. अप्रैल 2024 में सलमान के बांद्रा स्थित घर पर गोलीबारी की गई थी, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे. मामले में शामिल आरोपियों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.


