छत्तीसगढ़ में 159 छात्रों से जबरन पढ़वाया गया नमाज, 7 शिक्षक और 1 छात्र नेता पर केस दर्ज
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनसीसी कैंप के दौरान 159 छात्रों से जबरन नमाज अदा करवाने का मामला सामने आया है. आरोप है कि इनमें अधिकांश छात्र गैर-मुस्लिम थे. छात्रों के विरोध और जांच के बाद पुलिस ने सात शिक्षकों और एक छात्र नेता के खिलाफ केस दर्ज किया है.

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनसीसी कैंप के दौरान 159 छात्रों से जबरन नमाज अदा करवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि इनमें से अधिकांश छात्र गैर-मुस्लिम थे. घटना के बाद छात्रों के विरोध और जांच के आधार पर पुलिस ने सात शिक्षकों और एक छात्र नेता के खिलाफ केस दर्ज किया है.
यह मामला उस समय तूल पकड़ गया जब कैंप से लौटने के बाद छात्रों ने इसका विरोध किया. इसके बाद कई दक्षिणपंथी संगठनों ने भी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. पुलिस जांच के बाद शनिवार को संबंधित आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया गया.
एनसीसी कैंप के दौरान छात्रों से जबरन नमाज
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह घटना 26 मार्च से 1 अप्रैल के बीच शिवतराई गांव में आयोजित एनसीसी कैंप के दौरान हुई थी. आरोप है कि 159 छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए बाध्य किया गया, जबकि उनमें से केवल चार ही मुस्लिम छात्र थे.
छात्रों के विरोध के बाद जांच शुरू
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद, बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रजनेश सिंह ने जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया था. इस समिति का नेतृत्व नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी एसपी) अक्षय साबद्रा कर रहे थे. जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद शनिवार को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
जिनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ
पुलिस के अनुसार, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षक दिलीप झा, मधुलिका सिंह, ज्योति वर्मा, नीरज कुमारी, प्रशांत वैश्यनव, सूर्यभान सिंह और बसंत कुमार के साथ-साथ टीम कोर लीडर और छात्र आयुष्मान चौधरी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196 (b), 197 (1)(b)(c), 299, 302, 190 तथा छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अब आगे क्या?
यह मामला कोनी पुलिस थाना में दर्ज किया गया था, लेकिन आगे की विस्तृत जांच के लिए केस डायरी कोटा पुलिस थाना को भेज दी गई है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि "आरोपों की गंभीरता को देखते हुए जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है."


